दिल्ली से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जो खुदको गैंगस्टर नीरज बवानिया के गिरोह का बता तक एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांग रहा था. लेकिन रंगदारी मांगने के दौरान जैसे ही आरोपी ने व्यापारी को अंकल कहके संबोधित किया तो पुलिस को उसपर शक हो गया. पुलिस ने बाद में लोकेशन ट्रेस करके दो को गिरफ्तार किया. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आनंद और अजय के रूप में की है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों में से आनंद, साल भर पहले कारोबारी के पास बतौर ड्राइवर नौकरी करता था. आनंद को पता था कि कारोबारी के पास बहुत पैसा है. इस वजह से ही वह धमकी देकर पैसा निकलवाना चाह रहा था.
16 अप्रैल को आया था पहला कॉल
इस मामले को लेकर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रानी बाग इलाके मे एक व्यापारी जीन्स की फैक्ट्री चलाते हैं. उन्हें 16 अप्रैल को कॉल आया था और 1 करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. पुलिस को मामले की जानकारी मिलते ही सबसे पहले कारोबारी की सुरक्षा के लिए उन्हें एक PSO दे दिया गया. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस ने उस कॉल को दोबारा से सुना. इस दौरान पुलिस को पता चला कि कॉल करने वाले ने बताया की वो नीरज बावनिया गिरोह का है.
पुलिस ने जेल में बंद बदमाशों से भी की पूछताछ
पुलिस ने जेल में बंद बदमाशों से पूछताछ शुरू की कई और गैंग के लिए और कौन-कौन काम करते हैं इसका भी पता लगाया गया. इस बीच कारोबारी को लगातार कॉल आ रहे थे फोन करने वाला उन्हें अलग-अलग जगह बुलाता रहा. पुलिस को फोन करने वाले के बात करने के तरीके पर शक हुआ. आरोपी बार बार कारोबारी को अंकल अंकल करके बुला रहा था. इसी बात पर पुलिस को शक हुआ.इसके बाद आरोपियों के लोकेशन को ट्रैक करके उन्हें गिरफ्तार किया गया.
दिल्ली के वकील की हत्या का आरोपी पुलिस से बचने के लिए 1 से 7 अप्रैल तक कार में ही रहा
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