भुवनेश्वर:
उड़ीसा के मलकानगिरि जिले के अपहृत जिलाधीश आर विनील कृष्णा और कनिष्ठ अभियंता पवित्र मांझी की रिहाई के लिए दिनभर चली वार्ता के बाद माओवादियों की ओर से चुने गए मध्यस्थों ने उड़ीसा सरकार को आश्वस्त किया कि बंधकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और जब तक वार्ता जारी है माओवादी हिंसा से दूर रहेंगे। दिनभर चली वार्ता के बाद जारी बयान में गृह सचिव यू एन बेहेरा ने कहा, मध्यस्थों ने हमें आश्वस्त किया कि मलकानगिरि के जिलाधीश आरवी कृष्णा और कनिष्ठ अभियंता पवित्र मांझी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। वार्ता के दौरान उड़ीसा सरकार का प्रतिनिधित्व बेहेरा के अलावा पंचायती राज सचिव एसएन त्रिपाठी ने किया जबकि मध्यस्थ की भूमिका में प्रोफेसर जी हरगोपाल और प्रोफेसर आर सोमेश्वर राव थे। दोपहर के भोजन के बाद हुई वार्ता में दंडपाणि मोहंती ने भी वार्ता में हिस्सा लिया। दंडपाणि का नाम भी माओवादियों ने वार्ताकार के तौर पर सुझाया था। सोमवार को वार्ता जारी रहेगी।