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"मेरे परिवार को न्याय चाहिए": बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बोले उनके बेटे MLA जीशान सिद्दीकी

Baba Siddique Murder Case: जीशान सिद्दीकी ने अपील की है कि उनके पिता की मौत का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.

"मेरे परिवार को न्याय चाहिए": बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बोले उनके बेटे MLA जीशान सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी के साथ जीशान सिद्दीकी (फाइल फोटो).
मुंबई:

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की पिछले सप्ताह गोली मारकर हत्या की घटना के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में उनके पुत्र और बांद्रा ईस्ट के विधायक जीशान सिद्दीकी ने कहा है कि उन्हें और उनके परिवार को न्याय चाहिए. जीशान सिद्दीकी ने यह भी अपील की है कि उनके पिता की मौत का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और न ही उनका मौत व्यर्थ जानी चाहिए. 

जीशान सिद्दीकी ने गुरुवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- "मेरे पिता ने गरीब निर्दोष लोगों के जीवन की रक्षा और उनके घरों का बचाव करते हुए अपनी जान गंवा दी. आज मेरा परिवार टूट गया है, लेकिन उनकी मौत का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और निश्चित रूप से इसे व्यर्थ नहीं जाना चाहिए. मुझे न्याय चाहिए, मेरे परिवार को न्याय चाहिए!"

बाबा सिद्दीकी 66 साल के थे. उनकी 13 अक्टूबर को दशहरे के दिन रात में करीब 9.30 बजे जीशान के बांद्रा ईस्ट ऑफिस के बाहर तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने बताया था कि उन पर छह गोलियां चलाई गईं, जिनमें से चार उन्हें और एक अन्य गोली उनके एक सहयोगी के पैर में लगी. सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था.

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उन पर हमला करने वाले दो शूटरों, हरियाणा के गुरमेल बलजीत सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया था. उत्तर प्रदेश का ही आरोपी शिव कुमार गौतम फरार है. 

रविवार को कश्यप ने मुंबई की एक अदालत में दावा किया था कि उसकी उम्र 17 साल है, जबकि उसके आधार कार्ड में उसकी उम्र 19 साल लिखी है. उसके बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट का आदेश दिया गया था. सोमवार को टेस्ट के नतीजों से साबित हो गया कि वह नाबालिग नहीं है.

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पुलिस सूत्रों ने बताया कि संदिग्धों ने दावा किया है कि वे गुजरात की साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते हैं. यही दावा रविवार को सोशल मीडिया पोस्ट में भी किया गया था. यह फेसबुक पोस्ट शुबू लोनकर नाम के एक व्यक्ति के हैंडल से की गई थी. इसे बिश्नोई गिरोह का सहयोगी शुभम रामेश्वर लोनकर माना जा रहा है, जिसने हत्या की जिम्मेदारी ली है.

पुलिस ने बताया कि यह पोस्ट लोनकर के भाई प्रवीण ने शेयर की थी, जिसे रविवार की शाम को पुणे से गिरफ्तार किया गया था. मंगलवार को इस मामले में एक और गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश के बहराइच से 23 वर्षीय हरीशकुमार बालकराम की हुई. बालकराम पुणे में कबाड़ का काम करता था. अधिकारियों ने बताया कि वह बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश का हिस्सा था. तीनों शूटरों का कथित हैंडलर मोहम्मद जीशान अख्तर भी फरार है.

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