मुंबई के बांद्रा ईस्ट में शनिवार की शाम को तीन अज्ञात लोगों ने अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी. गोली लगने के बाद उन्हें घायल अवस्था में लीलावती अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उनकी मौत हो गई. यह वारदात निर्मल नगर में कोलगेट मैदान के पास बाबा सिद्दीकी के बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर हुई.
इस मामले पुलिस पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि एक आरोपी फरार हो गया है. बताया जाता है कि बाबा सिद्दीकी को जब गोली मारी गई तब वे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर खड़े थे. दशहरा पर्व पर करीब साढ़े नौ बजे रात मे जब रावण दहन हो रहा था तब आतिशबाजी होने लगी. पटाखों की आवाज के बीच अचानक बाबा सिद्दीकी को तीन गोलियां मारी गईं जो उनके पेट में लगीं.
#WATCH | Baba Siddique firing | Additional CP Paramjit Singh Dahiya says, "Around 9:30 pm this incident happened in Nirmal Nagar. Baba Siddique was admitted to Lilavati Hospital after this incident. Police have arrested two accused. Crime Branch Mumbai is investigating the entire… pic.twitter.com/FtbTil7Iko
— ANI (@ANI) October 12, 2024
चूंकि पटाखों का शोर हो रहा था इसलिए गोलियों की आवाज लोगों को सुनाई नहीं दी. गोली लगने से गिरे बाबा सिद्दीकी पर जब तक लोगों का ध्यान जाता तब तक हमलावर फरार हो गए. हालांकि जल्द ही पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. बाबा सिद्दीकी के फिल्मी सितारों से नजदीकी रिश्ते थे. उनके सलमान खान से करीबी संबध थे. संदेह है कि उनकी हत्या में लॉरेंस विश्नोई का हाथ हो सकता है. लॉरेंस विश्नोई सलमान खान को धमकी देता रहा है. संभव है कि सलमान खान से नजदीकी होने के कारण ही सिद्दीकी की हत्या की गई हो. पुलिस इसमें सभी कोणों से जांच कर रही है.
लगातार तीन बार विधायक रहे थे बाबा सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हुए थे. वे 48 साल तक कांग्रेस में रहे थे. बाबा सिद्दीकी सन 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे. उन्होंने 2004 और 2008 के बीच खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया था. वे सन 2014 के विधानसभा चुनाव में हार गए थे. बाबा सिद्दीकी लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे थे. बीते फरवरी में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और एनसीपी के अजीत पवार गुट में शामिल हो गए थे. उनके बेटे जीशान सिद्दीकी को अगस्त में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था.
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