
- बम की धमकी के बीच मुंबई में शनिवार को गणेश विसर्जन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
- पुलिस ने 18,000 कर्मियों, 50 ड्रोन, 10,000 सीसीटीवी कैमरे और 400 पेट्रोलिंग वाहनों तैनात किए हैं.
- अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के लिए बीएमसी ने 10,000 कर्मचारी तैनात किए हैं.
मुंबई में अनंत चतुर्दशी के दिन लाखों भक्त सड़कों पर उतरकर अपने बप्पा को विदाई देने निकलते हैं. बम धमकी की धमकी के चलते इस बार गणेश विसर्जन को लेकर मुंबई में हाई अलर्ट है. दरअसल मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर पर शुक्रवार को धमकी भरा मैसेज आया है. धमकी देनेवाले ने खुद को “लश्कर-ए-जिहादी” संगठन का बताया था. मैसेज में शहर की 34 गाड़ियों में “ह्यूमन बम” रखने का दावा किया है. धमकी में 14 पाकिस्तानी आतंकियों के भारत में घुसने की बात भी कही गई है. इन धमाकों में 400 किलो RDX इस्तेमाल करने की चेतावनी दी गई है. धमकी के बाद गणेश विसर्जन को लेकर मुंबई में हाई अलर्ट है.
शहरभर में 400 पेट्रोलिंग वाहन गश्त पर
शनिवार को अनंत चतुर्दशी धूमधाम से पूरे महाराष्ट्र में मनाई जा रही है. धमकी को देखते हुए मुंबई में सुरक्षा के लिए 18,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. 12 एडिशनल कमिश्नर, 40 डीसीपी, 3,000 पुलिस अधिकारी भी ड्यूटी पर तैनाक किए गए हैं. इतना ही नहीं 50 ड्रोन और AI से शहर की निगरानी की जा रही है. 10,000 CCTV कैमरे से शहर लैस है. SRPF की 14 कंपनियां, CAPF की 4 कंपनियां इस दौरान तैनात रहेंगी. खतरे से निपटने के लिए बम निरोधक दस्ते भी तैनात किए गए हैं. 24×7 कंट्रोल रूम मॉनिटरिंग होगी और शहरभर में 400 पेट्रोलिंग वाहन गश्त पर होंगे.

बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने स्थिति को संभालने के लिए 10,000 कर्मचारी तैनात किए गए हैं. शहर भर में 70 प्राकृतिक जलाशयों और 298 कृत्रिम तालाबों में विसर्जन की व्यवस्था की गई है. बीएमसी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घर और सोसाइटी की गणेश मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में करें, ताकि प्राकृतिक जलस्रोतों में प्रदूषण कम हो सके.
जॉइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर सत्यनारायण चौधरी ने कहा, विसर्जन का दिन बेहद चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन इस बार मुंबई पुलिस ने हर स्तर पर बड़ी तैयारी की है. भक्तों की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए जो प्लान बनाया गया है, उससे उम्मीद है कि गणपति विसर्जन शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से संपन्न होगा. चौधरी ने यह भी कहा कि गणेशोत्सव के दौरान अब तक पुलिस ने अच्छा काम किया है और विसर्जन के दिन भी वही प्रतिबद्धता जारी रहेगी.
2,178 लाइफगार्ड तैनात
बीएमसी की विज्ञप्ति के अनुसार, प्राकृतिक जलाशयों और कृत्रिम तालाबों पर 2,178 लाइफगार्ड तैनात किए गए हैं, जबकि किसी भी आपात स्थिति में बचाव कार्य के लिए 56 मोटरबोट की व्यवस्था की गई है. विसर्जन स्थलों पर अग्निशमन वाहन और प्रशिक्षित कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे. प्रमुख समुद्र तटों पर 1,175 स्टील प्लेट लगाई गई हैं, ताकि मूर्तियों को ले जाने वाले वाहन रेत में नहीं फंसें। बड़ी मूर्तियों के विसर्जन में सहायता के लिए लगभग 50 ‘जर्मन राफ्ट' (एक प्रकार की छोटी नौका) उपलब्ध कराए गए हैं.

विसर्जन स्थलों पर पुष्प और अन्य सामग्री के निस्तारण के लिए 594 ‘निर्माल्य कलश' लगाए गए हैं. बीएमसी ने 245 नियंत्रण कक्ष, 129 निरीक्षण टावर, और 42 क्रेन भी तैनात किए हैं. स्थानीय निकाय ने यह भी घोषणा की है कि विसर्जन स्थलों पर 236 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र चालू रहेंगे, जहां 115 एंबुलेंस भी मौजूद रहेंगी.
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