मुंबई (Mumbai) के आरे वन क्षेत्र में मेट्रो रेल कारशेड (Metro rail carshed) निर्माण के विरोध में सोमवार को हिरासत में लिए गए चार लोगों को 10 घंटे बाद छोड़ दिया गया. एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 149 (संज्ञेय अपराध को रोकने के लिए कार्रवाई) के तहत नोटिस जारी किए जाने के बाद सबसे पहले प्रदर्शनकारी तबरेज सैय्यद और जयेश भिसे को हिरासत में लिया गया. अधिकारी ने बताया कि इसके बाद लक्ष्मण जाधव और रोहित नाम के दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया.
अधिकारी ने बताया कि शाम को वनराई थाने में समर्थकों की भीड़ के बीच इन चारों को 10 घंटे तक हिरासत में रखने के बाद रिहा कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में भारी पुलिस बल की उपस्थिति है और लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध है. केवल आसपास के निवासियों को ही आधार कार्ड आदि पहचान पत्र की जांच के बाद प्रवेश की अनुमति है. कारशेड स्थल के आसपास पेड़ों की छंटाई के वीडियो दिन में सोशल मीडिया पर साझा किये गये. वहीं, बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग ने भी अपनी कुछ बसों के मार्ग परिवर्तित कर दिये.
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पिछली महा विकास आघाड़ी सरकार ने पर्यावरण संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए मेट्रो कारशेड का काम रोक दिया था. लेकिन 30 जून को कार्यभार संभालने वाले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार ने काम फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी.
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