समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सोमवार शाम इटावा जिला स्थित उनके पैतृक गांव सैफई लाया गया. सोमवार को उनके अंतिम दर्शन के लिए उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से लोगों की भीड़ उमड़ने से सैफई में 'नेताजी अमर रहे' के नारे गूंज उठे. यादव का सोमवार की सुबह 82 वर्ष की आयु में हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते करीब 311 किलोमीटर लंबा सफर तय कर एक एंबुलेंस के जरिये विशाल काफिले में पूर्व मुख्यमंत्री का शव जब उनके पैतृक गांव लाया गया तो, वहां शोक प्रकट करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी.
शोक में डूबे आम लोग और पार्टी समर्थक कतार में खड़े थे, श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए जुटी भीड़ की वजह से 'वीआईपी' के साथ-साथ उत्ततर प्रदेश विधान सभा के कई मौजूदा और पूर्व विधायकों को भी पार्थिव शरीर के दर्शन करने के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ा. एक निजी सुरक्षा अधिकारी ने एक एमएलसी और एक पूर्व एमएलसी को पिछले दरवाजे से प्रवेश से इनकार करते हुए कहा, 'सर, हमें निर्देश हैं कि किसी के साथ कोई वीआईपी व्यवहार नहीं किया जाए.'
शव को एंबुलेंस से निकाले जाने के समय बड़ी संख्या में लोगों के अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यादव के पुत्र अखिलेश यादव, पार्टी महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, और भाई व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव सहित परिवार के अन्य सदस्य वहां मौजूद थे. शिवपाल यादव को अखिलेश यादव के कंधे पर हाथ रखकर सांत्वना देते हुए देखा गया और इस दौरान अखिलेश यादव फफक-फफक कर रो पड़े.
सैफई पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत कई प्रमुख नेताओं ने मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की. लखनऊ में जारी एक सरकारी बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सैफई पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित कीसैफई में दोपहर बाद से ही भारी भीड़ अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही थी. उनका पार्थिव शरीर लोगों के दर्शनार्थ सैफई मेला महोत्सव के विशाल पंडाल में रखा गया और मंगलवार की दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
जिले के व्यापारिक संगठनों ने अपने नेता के सम्मान में 11 अक्टूबर को बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है. इटावा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनंत कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान मंगलवार को बंद रखने का निर्णय स्वेच्छा से लिया गया है. यादव के भाई अभय राम सिंह और राजपाल सिंह यादव के समक्ष उनके सैफई स्थित घर शोक जताने पहुंचे जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस को वीआईपी सहित लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए दाह संस्कार के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.उन्होंने बताया कि नेताजी की शख्सियत के हिसाब से और वीवीआईपी, वीआईपी, सहित बड़ी संख्या मे लोगों के यहां पहुचने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गये हैं.
सैफई गांव मे सुबह से ही क्षेत्रीय लोगों, पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और महिलाओं की बड़ी संख्या शोक संवेदना प्रकट करने के लिए पहुंचने लगी. नेताजी अमर रहें, 'जब तक सूरज चांद रहेगा-तब तक तेरा नाम रहेगा' के नारे लगातार गूंज रहे हैं.करीब 150 किलोमीटर दूर एटा जिले के सैकड़ों लोगों के साथ यहां पहुंचे जयकेश यादव ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ''वह हमारे लिए भगवान के समान थे.'' यादव के निधन की खबर मिलने के बाद इंद्रजीत सिंह यादव ने कहा कि वह जौनपुर में घर से निकले थे, जबकि राहुल सिंह यादव प्रयागराज से आए थे.
कतार में लगे एक निजी सुरक्षा अधिकारी ने अनुमान लगाया कि रात 9.30 बजे तक लगभग 10,000 लोगों ने अंतिम दर्शन किया था. प्रवेश पाने के लिए संघर्ष करने वालों में पास के एक गांव का 72वर्षीय एक व्यक्ति भी था. बुजुर्ग ने ‘पीटीआई-भाषा' से बातचीत में यादव को ''महान नेता'' के रूप में याद किया.सैफई गांव मे सैफई महोत्सव के मैदान मे बजरंग बली की मूर्ति के निकट अंत्येष्टि मंगलवार को अपराह्न तीन बजे की जाएगी.
मंगलवार को सैफई में नेताजी मुलायम सिंह यादव की अंत्येष्टि में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र बघेल आदि अन्य प्रमुख नेताओं के पहुंचने की संभावना है.सैफई के प्रधान रामफल वाल्मीकि ने बताया कि नेताजी के निधन पर पूरे देश और उत्तर प्रदेश के जिलों से नेताजी के चाहनेवाले, संपर्क रखने वाले पार्टी के और गैर पार्टी के लोग अंतिम दर्शन कर शोक संवेदना अर्पित करने यहां पहुचेंगे. अंत्येष्टि स्थान पर बड़ा और विशाल पंडाल बनाया गया है.नेताजी के परिवार के सभी सदस्य अभय राम सिंह यादव, अखिलेश यादव, राम गोपाल यादव, राजपाल सिंह, शिवपाल सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव, तेजप्रताप सिंह, अंकुर यादव, अभिषेक यादव, प्रतीक यादव, डिंपल यादव, अपर्णा यादव, सरला यादव, प्रेमलता यादव आदि मौजूद रहे.
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मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए देश भर से सैफई पहुंच रहे लोग भूचाल
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