मध्यप्रदेश के खंडवा में आयोजित लाडली बहना महासम्मेलन कार्यक्रम में पुलिस के जनप्रतिनिधियों से बहसबाजी और धक्का-मुक्की के आरोप लगे हैं. इसमें वन मंत्री विजय शाह के पुत्र और खंडवा जिला पंचायत के उपाध्यक्ष दिव्यादित्य शाह, पंधाना जनपद की अध्यक्ष सुमित्रा कजले, जिला पंचायत खंडवा की अध्यक्ष कंचन तनवे सहित अनेक नाम हैं. इन पदाधिकारियों का आरोप है कि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ मंच पर उपस्थित होने की सूची में नाम होने के बावजूद पुलिस ने इन्हें कार्यक्रम में शामिल होने नहीं दिया, बल्कि बेइज्जती की.
खंडवा में लाडली बहना जागरुकता कार्यक्रम था, इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आए थे. कार्यक्रम में बड़ा सा पंडाल लगाया गया था. जिसमें तमाम जनप्रतिनिधियों को शामिल होना था. लेकिन, आरोप लगाए गए हैं कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगी पुलिस की टीम ने अनेक जनप्रतिनिधियों यहां तक कि महिला जनप्रतिनिधियों को भी मंच पर जाने नहीं दिया और जिन लोगों ने जाने की कोशिश की, उन्हें धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया.
बताया जा रहा है कि वन मंत्री विजय शाह के बेटे और खंडवा जिला पंचायत के उपाध्यक्ष दिव्यादित्य शाह, जनपद पंधाना की अध्यक्ष सुमित्रा कजले, जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तनवे, भारतीय जनता युवा मोर्चा के अनेक पदाधिकारियों के साथ पुलिस ने ऐसे ही बर्ताव किया.
इन सभी लोगों ने इस घटना की जानकारी भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष और मंत्री विजय शाह को दी. विजय शाह ने भी पुलिस के इस रवैया पर आक्रोश जताया और उन्हें अपना व्यवहार सुधारने की चेतावनी दी.
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