चार सुरक्षा गार्डों की हत्या के आरोपी शिवप्रसाद धुर्वे (18) को मध्य प्रदेश के सागर की केंद्रीय जेल में एक पृथक प्रकोष्ठ में रखा गया है क्योंकि जेल के अन्य कैदी उससे डरते हैं. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने कहा कि धुर्वे जब नहाता है तो जेल वार्डन पास में ही रहता है और जिस थाली में उसे खाना दिया जाता है, खाना खत्म करने के बाद उसे तुरंत वापस ले लिया जाता है. उन्होंने कहा, ‘‘धुर्वे की अपराध करने की प्रवृत्ति को देखते हुए उसे पृथक सेल में रखा गया है.सीरियल किलर को अन्य कैदियों के साथ नहीं रखा जाता है.''
उसके खिलाफ सिलसिलेवार चार हत्याओं के मामलों सहित छह मामले दर्ज किए गए हैं. अधीक्षक ने बताया कि चूंकि धुर्वे किसी भी उपलब्ध सामग्री को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने में सक्षम माना जाता है इसलिए उसे अपने साथ कोई बर्तन रखने की अनुमति नहीं है.अधिकारी ने कहा कि उसे अन्य कैदियों के साथ नहीं रखा गया है क्योंकि वह जिन आरोपों से घिरा है, उनका पता चलने के बाद अन्य कैदी उससे डरने लगे हैं.
भांगरे ने कहा, ‘‘लेकिन जब से छह सितंबर वह जेल में बंद है उसका व्यवहार सामान्य है. हमने उसे सुधारने के लिए धार्मिक और शैक्षिक किताबें दी हैं.अब तक उसके परिवार से कोई भी उससे मिलने जेल नहीं आया है.''
आठवीं कक्षा तक पढ़े धुर्वे पर बिना किसी स्पष्ट कारण के सागर में तीन सुरक्षा गार्डों और भोपाल में एक अन्य सुरक्षा गार्ड की पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप है. उसे दो सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. उसने पहली तीन हत्याएं सागर में 72 घंटों के अंदर की जबकि आखिरी हत्या भोपाल में गिरफ्तार होने से कुछ घंटे पहले की थी.
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