प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
गुजरते मई माह में मौसम लगातार रंग बदल रहा है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कभी तीखी धूप हो रही है, कभी छिटपुट बारिश हो रही है तो कभी आसमान में बादलों को डेरा दिखाई दे रहा है. शुक्रवार को भी दिल्ली में मौसम का यही मिजाज बना रहा. आसमान में बादल घुमड़ते रहे और बीच-बीच में सूरज की तीखी धूप लोगों को बेहाल भी करती रही. हालांकि तापमान अधिक न बढ़ने से राहत रही. उधर तेलंगाना में भीषण गर्मी का दौर जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक मौसम का मौजूदा मिजाज अगले तीन दिनों तक बरकरार रह सकता है.
तेलंगाना में शुक्रवार को भी भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहा. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम विभाग के मुताबिक तेलंगाना में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला है. अगले तीन दिनों तक तेलंगाना के सभी जिलों में लू की स्थिति बनी रही सकती है. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई है. पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान मौसम के लिहाज से सामान्य के आसपास रहा. हालांकि दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई.
इस साल मानसून के केरल में 30 मई को दस्तक देने की संभावना जताई गई है. हालांकि उत्तर भारत को तो मानसून का जून के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
तेलंगाना में शुक्रवार को भी भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहा. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम विभाग के मुताबिक तेलंगाना में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला है. अगले तीन दिनों तक तेलंगाना के सभी जिलों में लू की स्थिति बनी रही सकती है. राजस्थान में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट आई है. पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान मौसम के लिहाज से सामान्य के आसपास रहा. हालांकि दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई.
इस साल मानसून के केरल में 30 मई को दस्तक देने की संभावना जताई गई है. हालांकि उत्तर भारत को तो मानसून का जून के अंतिम सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा.
(इनपुट एजेंसियों से भी)