विज्ञापन
This Article is From Jun 11, 2024

सरपंच से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक, कौन हैं मोहन माझी जो बन रहे हैं ओडिशा के CM

मोहन माझी गुरुवार को शपथ लेंगे. क्योंझर सीट से मोहन माझी चौथी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.

सरपंच से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक, कौन हैं मोहन माझी जो बन रहे हैं ओडिशा के CM
नई दिल्ली:

ओडिशा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में बीजेपी को जीत मिली है. भारतीय जनता पार्टी की तरफ से क्योंझर सीट से विधायक मोहन चरण माझी (Mohan Charan Majhi) को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया है. मोहन माझी गुरुवार को शपथ लेंगे. क्योंझर सीट से मोहन माझी 4 बार चुनाव जीत चुके हैं. क्योंझर सीट को अनुसूचित जनजाति बहुल सीट माना जाता है.  52 साल के मोहन माझी एक अनुभवी राजनेता हैं और ओडिशा में बीजेपी से एक मजबूत आदिवासी आवाज हैं. उनकी आदिवासी पहचान ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी की पसंद बनाया है. उन्होंने क्योंझर सीट से 11, 577 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी.

हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मोहन माझी ने बीजद उम्मीदवार मीना माझी को चुनाव में हराया है. मोहन माझी क्योंझर सीट से चौथी बार विधायक बने हैं. गौरतलब है कि इस चुनाव में बीजेपी को आदिवासी मतों का एक बड़ा हिस्सा ओडिशा में मिला है. 

गौरतलब है कि ओडिशा में बीजेपी ने पहली बार अपने दम पर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है. ओडिशा की 147 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 78 सीटों पर जीत मिली है.  गुरुवार को मोहन माझी अपने सहयोगी मंत्रियो के साथ शपथ लेंगे. जानकारी के अनुसार इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेने वाले हैं. 

  1. मोहन माझी चौथी बार क्योंझर सीट से चुनाव जीते हैं.
  2. चुनाव आयोग को दिए गए शपथपत्र के अनुसार उनके ऊपर 2 केस लंबित हैं. 
  3. सरपंच के तौर पर राजनीति में हुई थी एंट्री.
  4. पहली बार साल 2000 में बने थे विधायक.
  5. बीजेपी के मजबूत आदिवासी चेहरे के तौर पर है पहचान

पहली बार कब बने विधायक? 
मोहन माझी साल 2000 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने में सफल रहे थे. इसके बाद साल 2004 के चुनाव में भी उन्होंने चुनाव जीता था. गौरतलब है कि ओडिशा में लंबे समय तक बीजेपी और बीजेडी के बीच गठबंधन देखने को मिला था. 

सरपंच पद से की थी राजनीति की शुरुआत
मोहन चरण माझी बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं. साल 2000 में विधायक बनने से पहले वो गांव के सरपंच थे. साल 1997 से 2000 तक उन्होंने सरपंच का पद संभाला था. उन्हें एक कुशल संगठन कर्ता के तौर पर जाना जाता है. 

ये भी पढ़ें-: 

ओडिशा के CM का सस्पेंस खत्म, BJP ने मोहन माझी को सौंपी कमान, दो डिप्टी CM भी होंगे

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com