- महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने नवी मुंबई के नाइट राइडर्स बार में जमकर तोड़फोड़ की
- राज ठाकरे के रायगढ़ में बारों को लेकर दिए बयान के बाद एमएनएस कार्यकर्ता हिंसक हो गए
- इससे पहले भी एमएनएस कार्यकर्ता कई लोगों को पीट चुके हैं और तोड़फोड़ कर चुके हैं
MNS Workers Vandalism: राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना रुकने का नाम नहीं ले रही है, अब इससे जुड़े लोगों ने नवी मुंबई के एक बार में जमकर बवाल काटा है. नाइट राइडर्स नाम के बार के बाहर अचानक एमएनएस कार्यकर्ता पहुंचे और उन्होंने वहां तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, पिछले कुछ महीने से MNS कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी के कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. आइए इसकी पूरी टाइमलाइन देखते हैं.
राज ठाकरे के बयान का असर?
सबसे पहले ताजा मामले की बात करते हैं. इस पूरी घटना को MNS चीफ राज ठाकरे के एक बयान से जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल एक दिन पहले राज ठाकरे पनवेल में किसान मजदूर पार्टी की सभा में मौजूद थे. इस दौरान राज ठाकरे ने पूछा कि रायगढ़ में सबसे ज्यादा डांस बार कैसे हैं? बार बंद थे तो बार कैसे खुले हैं? रायगढ़ छत्रपति शिवाजी की राजधानी है तो वहां ये बार कैसे खुले हैं? माना जा रहा है कि इसी बयान के चलते MNS कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने पनवेल में आधी रात को नाइट राइडर्स बार के बाहर तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया. फिलहाल पुलिस को मामले की शिकायत दी गई है और जांच शुरू है.
कोचिंग सेंटर के संचालक को जड़ा थप्पड़
MNS कार्यकर्ताओं की गुंडई का एक वीडियो कुछ ही दिन पहले सामने आया था, जब कल्याण में एक कोचिंग सेंटर के संचालक को थप्पड़ मारा गया, साथ ही पानी की बोतल भी फेंकी गई. एमएनएस का आरोप था कि कोचिंग सेंटर की फीस काफी ज्यादा है और क्लास ठीक से नहीं ली जाती है. कोचिंग सेंटर पर छात्रों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए एमएनएस कार्यकर्ताओं ने मनमानी की और संचालक को थप्पड़ मार दिया.
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गेमिंग जोन के कर्मचारी को मारा थप्पड़
कोचिंग सेंटर वाले थप्पड़ कांड की गूंज खत्म भी नहीं हुई थी कि एमएनएस के एक नेता ने गेमिंग जोन के कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया. कल्याण से ही ये मामला सामने आया. एमएनएस के जिला अध्यक्ष उल्हास भोईर ने आरोप लगाया कि बच्चे घर से पैसे चुराकर गेम खेलने आते हैं, जिसके लिए उन्होंने कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया.
कारोबारी के दफ्तर में तोड़फोड़
पांच जुलाई को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कार्यकर्ताओं ने कारोबारी सुशील केडिया के दफ्तर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की थी. इसके पीछे कारण केडिया की एक पोस्ट को बताया गया.सुशील केडिया ने राज ठाकरे को एक पोस्ट में टैग करते हुए मराठी नहीं सीखने की बात कही थी. इसके बाद एमएनएस कार्यकर्ताओं ने उन्हें धमकी देना शुरू कर दिया. इसके बाद उनके दफ्तर में पहुंचकर गुंडागर्दी की और जमकर बवाल काटा. इस मामले को लेकर कारोबारी ने खुद माफी मांगी थी और पुलिस को भी जानकारी दी थी.
दुकानदार पर किया था हमला
जुलाई के महीने में ही भाषा विवाद के चलते MNS कार्यकर्ताओ ने एक दुकानदार पर भी हमला बोल दिया था. मीरा रोड में 'जोधपुर स्वीट शॉप' चलाने वाले बाबूलाल चौधरी को इन लोगों ने पहले थप्पड़ मारा और फिर धमकी भी दी. अब उनका गुनाह भी सुन लीजिएग, दुकानदार का गुनाह ये था कि उनके कर्मचारी बाघराम ने MNS कार्यकर्ताओ से हिंदी में बात की थी. इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था.
टोल प्लाजा पर मचाई तोड़फोड़
पिछले महीने यानी जुलाई में ही MNS कार्यकर्ताओं ने एक टोल प्लाजा पर हमला बोल दिया था. उनका आरोप था कि सड़क चालू होने से पहले ही टोल टैक्स वसूला जा रहा है. इसके चलते टोल प्लाजा पर एमएनएस कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ मचाई.
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