
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की है। ये सवाल तब उठा है जब एनडीटीवी की एक ख़बर से 2013 की एक इन्कम टैक्स रिपोर्ट सामने आई जो दिखाती है कि व्यापमं घोटाले में गिरफ्तार एक खनन उद्योगपति ने वर्तमान केंद्रीय मंत्री की यात्राओं का खर्चा उठाया था।
कांग्रेस के नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि धर्मेद्र प्रधान को इस्तीफा दे देना चाहिए और अगर वह ऐसा नहीं करते तो प्रधानमंत्री को तुरंत उनका इस्तीफा मांग लेना चाहिए। यही नहीं सुरजेवाला ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पद छोड़ने की मांग को भी दोहराया। सुरजेवाला के मुताबिक यही एक तरीका है जिससे उस घोटाले की निष्पक्ष जांच हो सकती है जिसमें अब तक 49 लोगों की जान जा चुकी है।
गौरतलब है कि आज एनडीटीवी की रिपोर्ट ने एक दस्तावेज़ की बात की है जिसके मुताबिक व्यापमं मामले में गिरफ्तार करोड़पति सुधीर शर्मा और कुछ वरिष्ठ राजनेताओं के बीच पैसों का सीधा सीधा लेन-देन हुआ था। इस मामले पर धर्मेंद्र प्रधान (जो उस वक्त केंद्रीय मंत्री नहीं थे) ने एनडीटीवी से कहा "ये सिर्फ एक तरफ की बात कही गई है। मेरी टिकट हमेशा से पार्टी ऑफिस ही बुक करवाती आई है।" प्रधान ने साफ किया है कि सुधीर शर्मा से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
ये इन्कम टैक्स रिपोर्ट, उन दस्तावेजों में शामिल है जो सुधीर शर्मा समेत कई राजनेताओं के घरों पर छापे पड़ने के दौरान मिले हैं। इसमें कांग्रेस विधायक वीर सिंह भूरिया का भी नाम है। सुरजेवाला का कहना है कि 2011 में सुधीर शर्मा के घर पर पड़े छापे के बाद बनी ये रिपोर्ट कहीं ना कहीं दिखाती है कि व्यापमं घोटाले से मिले पैसे का इस्तेमाल किया गया है।
यही नहीं कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री पर भी मध्य प्रदेश विधानसभा और राज्य की जनता से झूठ बोलने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता शायना एन सी ने एनडीटीवी से कहा है कि किसी को बचाने की कोशिश नहीं की जा रही है। वैसे भी किसी एक रिपोर्ट पर भरोसा करने से अच्छा है कि सीबीआई जांच का इंतज़ार किया जाए।
कांग्रेस के नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि धर्मेद्र प्रधान को इस्तीफा दे देना चाहिए और अगर वह ऐसा नहीं करते तो प्रधानमंत्री को तुरंत उनका इस्तीफा मांग लेना चाहिए। यही नहीं सुरजेवाला ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पद छोड़ने की मांग को भी दोहराया। सुरजेवाला के मुताबिक यही एक तरीका है जिससे उस घोटाले की निष्पक्ष जांच हो सकती है जिसमें अब तक 49 लोगों की जान जा चुकी है।
गौरतलब है कि आज एनडीटीवी की रिपोर्ट ने एक दस्तावेज़ की बात की है जिसके मुताबिक व्यापमं मामले में गिरफ्तार करोड़पति सुधीर शर्मा और कुछ वरिष्ठ राजनेताओं के बीच पैसों का सीधा सीधा लेन-देन हुआ था। इस मामले पर धर्मेंद्र प्रधान (जो उस वक्त केंद्रीय मंत्री नहीं थे) ने एनडीटीवी से कहा "ये सिर्फ एक तरफ की बात कही गई है। मेरी टिकट हमेशा से पार्टी ऑफिस ही बुक करवाती आई है।" प्रधान ने साफ किया है कि सुधीर शर्मा से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
ये इन्कम टैक्स रिपोर्ट, उन दस्तावेजों में शामिल है जो सुधीर शर्मा समेत कई राजनेताओं के घरों पर छापे पड़ने के दौरान मिले हैं। इसमें कांग्रेस विधायक वीर सिंह भूरिया का भी नाम है। सुरजेवाला का कहना है कि 2011 में सुधीर शर्मा के घर पर पड़े छापे के बाद बनी ये रिपोर्ट कहीं ना कहीं दिखाती है कि व्यापमं घोटाले से मिले पैसे का इस्तेमाल किया गया है।
यही नहीं कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री पर भी मध्य प्रदेश विधानसभा और राज्य की जनता से झूठ बोलने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता शायना एन सी ने एनडीटीवी से कहा है कि किसी को बचाने की कोशिश नहीं की जा रही है। वैसे भी किसी एक रिपोर्ट पर भरोसा करने से अच्छा है कि सीबीआई जांच का इंतज़ार किया जाए।
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