हाल ही में शपथ लेने वाले मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया के खिलाफ दस्तावेजों के साथ जालसाज़ी का मामला चल सकता है।
दरअसल, वर्ष 2010 में उनके विरोधी बसपा उम्मीदवार ने उनके खिलाफ जालसाजी और बेईमानी की शिकायत दर्ज करवाई थी, और आरोप लगाया था कि कठेरिया ने अपनी बीए सेकंड ईयर और एमए फाइनल की मार्कशीट में जालसाजी की, ताकि आगरा विश्वविद्यालय में लेक्चरर की नौकरी मिल सके।
हालांकि राज्यमंत्री का दावा है कि यह पूरा मामला राजनीतिक और बोगस है, और उन्होंने राज्य के शिक्षा विभाग की जांच में क्लीन चिट मिलने का भी दावा किया। कठेरिया ने कहा कि वह अगर दोषी साबित हुए तो मंत्री ही नहीं, सांसद पद से भी इस्तीफा दे देंगे।
अब कठेरिया भले ही कह रहे हों कि उनकी मार्कशीट जाली मिली तो वह इस्तीफ़ा दे देंगे, लेकिन एनडीटीवी को लगातार उनके हिस्से की गड़बड़ियों के दस्तावेज़ मिल रहे हैं। अब पता चल रहा है कि कठेरिया के ख़िलाफ़ जालसाज़ी के और भी मामले हैं।
एनडीटीवी को मिले कुछ अदालती दस्तावेज और सवाल पैदा कर रहे हैं। कठेरिया के खिलाफ दायर आरोप पत्र में कहा गया है कि उन्होंने अनुभव प्रमाणपत्र भी जाली बनवाया है। कठेरिया पर आरोप है कि इस जाली प्रमाण पत्र की मदद से कठेरिया ने प्रोफेसर की नौकरी हासिल कर ली। उन्होंने ये झूठ कहा कि वे गेस्ट लेक्चरर रहे थे।
हालांकि कठेरिया इस पूरे मामले को विरोधियों की साज़िश बता रहे हैं, लेकिन ये एहसास उन्हें भी होगा कि अदालत में ये दलील नहीं चलेगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं