केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके ‘रोड शो’ के दौरान माओवादियों द्वारा कथित तौर पर निशाना बनाने के उल्लेख वाले एक पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह बेहद परेशान करने वाली खबर है. उन्होंने कहा कि इस मामले की त्वरित जांच होगी ताकि इसके षडयंत्रकर्ताओं का पर्दाफाश किया जा सके और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके. भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया, ‘‘माओवादियों की ओर से देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की कथित साजिश रचने की खबर बेहद परेशान करने वाली है.’’ उन्होंने कहा कि माओवादी लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं. हालांकि वे लोकतंत्र के सभी माध्यमों का उपयोग एवं दुरूपयोग करते हैं. चर्चा, असहमति और संवैधानिक नियमों का सम्मान करने से उनको कोई मतलब नहीं है. उनकी सम्पूर्ण विचारधारा हिंसक माध्यमों और विरोध के आवाज को कुचलकर संवैधानिक प्रशासन को उखाड़ फेंकने की है.
प्रसाद ने कहा कि भारत में कोई भी विचारधारा, चुनाव और लोकप्रिय जनमत के जरिये समर्थन मांग सकता है. माओवादी और उनकी विचारधारा के संरक्षकों ने कभी इस माध्यम को नहीं अपनाया क्योंकि उन्हें मालूम है कि उन्हें समर्थन नहीं मिलेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई बार उनकी हिंसा का शिकार निर्दोष गरीब लोग और आदिवासी हुए हैं.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘इस मामले की निश्चित तौर पर त्वरित जांच होगी ताकि इसके षडयंत्रकर्ताओं का पर्दाफाश किया जा सके और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके.’’ प्रसाद ने कहा कि माओवादी आंदोलन से जुड़े विचारधारा स्तर के संरक्षक मानवाधिकारों की बात करते हैं लेकिन माओवादी कैडरों के हिंसा में मारे गए लोगों के मानवाधिकारों के बारे में चुप्पी साधे रहते हैं.
गौरतलब है कि माओवादियों के साथ कथित ‘संबंधों’ के आरोप में गिरफ्तार एक व्यक्ति के घर से मिले एक पत्र में कहा गया है कि माओवादी ‘राजीव गांधी हत्याकांड जैसी घटना’ (को अंजाम देने) पर विचार कर रहे हैं. इसमें सुझाव दिया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके ‘रोड शो’ के दौरान निशाना बनाया जाए. पुलिस के अनुसार यह पत्र ‘आर’ नामक व्यक्ति ने किसी कॉमरेड प्रकाश को भेजा है. इसमें एम-4 रायफल खरीदने के लिए आठ करोड़ रुपये तथा घटना को अंजाम देने के लिए चार लाख राउंड गोला-बारूद की जरूरत पड़ने की बात की गयी है.
इससे पहले अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ‘हताश और निराश’ ताकतें इस तरह की साजिश करती हैं, लेकिन वह परास्त होंगी. नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि किसी भी सभ्य समाज में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. हताश और निराश ताकतें इस तरह के षड्यंत्र करने की कोशिशें करती हैं. लेकिन इस देश के लोगों के आशीर्वाद, समर्थन और मजबूत राष्ट्रवादी इच्छाशक्ति के आगे इस तरह की ताकतें हमेशा परास्त होंगी.
VIDEO: पुणे पुलिस का दावा: पीएम मोदी की हत्या की साजिश रच रहे थे माओवादी
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी साजिश करने वालों को यह पता होना चाहिए कि इस देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी समुदायों लोग मिलकर राष्ट्रवाद का झंडा बुलंद करते हैं. उनकी साजिश सफल नहीं होगी. योगगुरु रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्र की धरोहर हैं. सदियों के बाद राजनीति में ऐसे व्यक्ति का आविर्भाव होता है और राजीव गांधी की तरह उनकी हत्या के षड्यंत्र की खबर के बारे में जानकर वह व्यथित हैं. रामदेव ने कहा कि सरकार को इसकी उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए. सभी को दलगत राजनीति से उपर उठकर इसकी तह तक पहुंचने के लिए साथ देना चाहिए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रसाद ने कहा कि भारत में कोई भी विचारधारा, चुनाव और लोकप्रिय जनमत के जरिये समर्थन मांग सकता है. माओवादी और उनकी विचारधारा के संरक्षकों ने कभी इस माध्यम को नहीं अपनाया क्योंकि उन्हें मालूम है कि उन्हें समर्थन नहीं मिलेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई बार उनकी हिंसा का शिकार निर्दोष गरीब लोग और आदिवासी हुए हैं.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘इस मामले की निश्चित तौर पर त्वरित जांच होगी ताकि इसके षडयंत्रकर्ताओं का पर्दाफाश किया जा सके और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा सके.’’ प्रसाद ने कहा कि माओवादी आंदोलन से जुड़े विचारधारा स्तर के संरक्षक मानवाधिकारों की बात करते हैं लेकिन माओवादी कैडरों के हिंसा में मारे गए लोगों के मानवाधिकारों के बारे में चुप्पी साधे रहते हैं.
गौरतलब है कि माओवादियों के साथ कथित ‘संबंधों’ के आरोप में गिरफ्तार एक व्यक्ति के घर से मिले एक पत्र में कहा गया है कि माओवादी ‘राजीव गांधी हत्याकांड जैसी घटना’ (को अंजाम देने) पर विचार कर रहे हैं. इसमें सुझाव दिया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके ‘रोड शो’ के दौरान निशाना बनाया जाए. पुलिस के अनुसार यह पत्र ‘आर’ नामक व्यक्ति ने किसी कॉमरेड प्रकाश को भेजा है. इसमें एम-4 रायफल खरीदने के लिए आठ करोड़ रुपये तथा घटना को अंजाम देने के लिए चार लाख राउंड गोला-बारूद की जरूरत पड़ने की बात की गयी है.
इससे पहले अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ‘हताश और निराश’ ताकतें इस तरह की साजिश करती हैं, लेकिन वह परास्त होंगी. नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि किसी भी सभ्य समाज में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. हताश और निराश ताकतें इस तरह के षड्यंत्र करने की कोशिशें करती हैं. लेकिन इस देश के लोगों के आशीर्वाद, समर्थन और मजबूत राष्ट्रवादी इच्छाशक्ति के आगे इस तरह की ताकतें हमेशा परास्त होंगी.
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उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी साजिश करने वालों को यह पता होना चाहिए कि इस देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी समुदायों लोग मिलकर राष्ट्रवाद का झंडा बुलंद करते हैं. उनकी साजिश सफल नहीं होगी. योगगुरु रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्र की धरोहर हैं. सदियों के बाद राजनीति में ऐसे व्यक्ति का आविर्भाव होता है और राजीव गांधी की तरह उनकी हत्या के षड्यंत्र की खबर के बारे में जानकर वह व्यथित हैं. रामदेव ने कहा कि सरकार को इसकी उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए. सभी को दलगत राजनीति से उपर उठकर इसकी तह तक पहुंचने के लिए साथ देना चाहिए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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