
अनुपम खेर ने कर्नल पुरोहित की वर्दी वाली फोटो शेयर की
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9 साल बाद जेल से बाहर आए हैं कर्नल पुरोहित
सेना की ओर से कर्नल पुरोहित के लिए नियम कायदे हैं
20 जनवरी 2009 को गिरफ्तारी के कारण निलंबित किया गया
इसे लेकर सोशल मीडिया पर अनुपम खेर को अच्छी और बुरी दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. मालेगांव बम धमाके के आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित नौ साल बाद जेल से बाहर आए हैं, लेकिन सेना उनका निलंबन तुरंत वापस नहीं लेगा. हालांकि रिहाई के बाद उन्हें लेने के लिए सेना की तीन गाड़ियां तलोजा जेल पहुंची थीं. 9 साल बाद नवी मुंबई के तलोजा जेल से रिहा हुए लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित रिहाई के बाद सीधे कोलाबा में मिलिट्री इंटेलिजेंस की अपनी यूनिट में गए. सेना की ओर जारी बयान में कर्नल पुरोहित को लेकर कुछ नियम कायदे बताए गए हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को 20 जनवरी 2009 को गिरफ्तारी के कारण निलंबित किया गया था. जमानत के बाद भी फिलहाल पुरोहित निलंबन में ही रहेंगे. उनका निलंबन तुरंत वापस नहीं होगा. जेल से बाहर आने के बाद पुरोहित ने सबसे पहले अपनी पुरानी यूनिट में रिपोर्ट किया.Welcome back Lt. Col. Purohit. Nice to see you back in the Indian army uniform. Jai Ho. pic.twitter.com/M1UG2vlSZ0
— Anupam Kher (@AnupamPkher) August 30, 2017
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पुरोहित को कोलाबा मे सेना के इंटेलिजेंस यूनिट में ले जाया गया.केस के निस्तारण और जमानत पर बाहर होने की अवधि में कर्नल पुरोहित को किसी सैन्य यूनिट में अटैच किया जाएगा. उम्मीद है कि उसे मुम्बई मे ही रखा जाएगा क्योंकि मुम्बई मे ही एनआईए मालेगांव धमाके की जांच कर रहा है. निलंबन के दौरान पुरोहित अपनी सैनिक वर्दी पहनेंगे, हालांकि वह चाहें तो सादे कपड़े भी पहन सकते हैं. डिफेंस सर्विसेज रेगुलेशन पैरा 349 के अनुसार निलंबन कि स्थिति में सैन्य अधिकारी को ओपन अरेस्ट की स्थिति में रखा जाता है. लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को भी ओपन अरेस्ट की स्थिति में रखा जाएगा. उन पर कई तरह की बंदिशें रहेंगी.
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