औरंगाबाद शहर का नाम छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद शहर का नाम धाराशिव करने के प्रस्ताव को आज हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई. बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की. 29 जून 2022 को हुई मंत्रिमंडल की बैठक के कार्यवृत्त में नामांकन प्रस्ताव को मंजूरी के लिए नवगठित मंत्रिमंडल के समक्ष अनुमोदन के लिए रखा गया था.
निर्देश दिया गया कि इन दोनों प्रस्तावों को दोबारा कैबिनेट में मंजूरी के लिए भेजा जाए. इसी के तहत आज की कैबिनेट बैठक में इन प्रस्तावों को फिर से पेश किया गया. इन दोनों प्रस्तावों को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी. यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा और उसके बाद संभाग, जिला, तालुका के साथ-साथ नगर निगम और नगर पालिका का नाम तदनुसार बदल दिया जाएगा.
इस संबंध में अधिनियम के अनुसार राजस्व एवं वन विभाग के साथ-साथ नगर विकास विभाग द्वारा अलग-अलग कार्यवाही की जाएगी. बता दें कि दोनों जिलों का नाम बदलने की मांग लंबे समय से उठ रही थी. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी दोनों जिलों का नाम बदलने पर सहमति जताई थी और सियासी संकट के बीच 29 जून को बुलाई गई कैबिनेट की बैठक में दोनों जिलों का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. लेकिन नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनके फैसले को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि अल्पमत वाली सरकार का फैसला मान्य नहीं हो सकता.
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