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This Article is From May 05, 2022

लाउडस्पीकर पर महाराष्ट्र पुलिस ऐक्शन में, 24 घंटे में 7 हजार को नोटिस, सैकड़ों मनसे कार्यकर्ता हिरासत में

महाराष्ट्र में करीब 1500 मस्जिदों को लाउडस्पीकर को लेकर अनुमति दी गई है. जबकि करीब 1300 मंदिरों को इसको लेकर मंजूरी दी गई है

Loudspeaker के मुद्दे पर महाराष्ट्र में गरमाई है राजनीति

मुंबई:

महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर (Loudspeaker Issue)  को लेकर मचे बवाल मामले में महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) एक्शन में है. पुलिस ने 3 मई से 4 मई के बीच 24 घंटे के वक्त में 2300 से ज्यादा लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई है. 250 से अधिक मनसे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. जबकि सीआरपीसी की धारा 149 के तहत करीब 7 हजार लोगों को नोटिस थमाया है. अब तक इससे जुड़े आठ केस दर्ज किए गए हैं. जबकि 56 लोगों को कार्यकर्ता गिरफ्तार किया गया है. यह भी जानकारी मिली है कि करीब 1500 मस्जिदों को लाउडस्पीकर को लेकर अनुमति दी गई है. जबकि करीब 1300 मंदिरों को इसको लेकर मंजूरी दी गई है. बुधवार को मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे के आवास के बाहर जमा कई मनसे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया.

लाउडस्पीकर पर राज ठाकरे और महाराष्ट्र सरकार में ठनी, मुंबई में MNS के कई कार्यकर्ता हिरासत में

ठाकरे ने एक दिन पहले लोगों से आग्रह किया था कि वे जहां लाउडस्पीकर पर 'अजान' सुने वहां हनुमान चालीसा बजाएं. वहीं पुणे, ठाणे और नासिक शहरों सहित राज्य के अन्य हिस्सों में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की गई. पुणे और पड़ोसी पिंपरी चिंचवाड़ में, मनसे के 200 कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को हिरासत में लिया गया, जबकि ठाणे में पार्टी के 12 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया.

शिवाजी पार्क इलाके में ठाकरे के आवास के बाहर पुलिस ने कई मनसे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद पार्टी पदाधिकारी संदीप देशपांडे और संतोष धुरी एक वाहन में बैठ कर वहां से तुरंत चले गए. राज ठाकरे द्वारा मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर बंद कराने का आह्वान किए जाने के बाद मुंबई में कई स्थानों पर सुरक्षा कड़ी की गई है. ठाकरे के आवास 'शिवतीर्थ' के बाहर भी पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और यातायात बाधित ना हो, इसलिए सड़क पर बैरीकेड लगाए गए हैं. मनसे के पदाधिकारियों संदीप देशपांडे और संतोष धुरी को सीआरपीसी की धारा 149 (संज्ञेय अपराधों को रोकने के लिए) के तहत नोटिस भी जारी किया गया था.

राज ठाकरे से मुलाकात करने के बाद जब बुधवार को देशपांडे बाहर आए, तभी पुलिस के एक दल ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की. हालांकि, देशपांडे तुरंत गाड़ी में सवार होकर वहां से चले गए. पुलिस ने कुछ अन्य मनसे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया और उन्हें एक निजी टैक्सी में बिठा कर शिवाजी पार्क थाने ले गई. हिरासत में लिए गए लोगों को पहले एहतियात के तौर पर सीआरपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत नोटिस जारी किए गए थे.

पुणे में पार्टी के राज्य सचिव अजय शिंदे सहित कुल 11 मनसे कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया, जब वे 'महा आरती' और हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद शहर के खलकर मारुति मंदिर से बाहर आए. पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने कहा, ''हमने मुंबई पुलिस ऐक्ट की संबंधित धाराओं के तहत कुल 58 पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को हिरासत में लिया गया है.   पिंपरी चिंचवाड़ में, लगभग 160 मनसे कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया था. 

ठाणे में मनसे के 12 कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को चीतलसर और कसार वाडवली पुलिस ने एहतियातन गिरफ्तार किया था. बाद में उन्हें एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें निजी मुचलके पर रिहा करने का आदेश दिया. इनमें मनसे की छात्र शाखा के जिलाध्यक्ष संदीप पचांगे भी शामिल हैं.अदालत ने उन्हें अगले 13 दिनों के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन में अपनी उपस्थिति दर्ज करने का आदेश दिया, ऐसा नहीं करने पर उन्हें 15,000 रुपये का जुर्माना भरना होगा.

नासिक शहर में पुलिस ने सीआरपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 416 लोगों के खिलाफ एहतियाती कार्रवाई की.  नासिक के भद्रकाली पुलिस स्टेशन सहित मनसे पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ चार मामले दर्ज किए गए थे, जहां पांच कार्यकर्ताओं पर आईपीसी की धारा 188 और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 135 के तहत पुलिस आयुक्त के आदेशों का उल्लंघन करने के लिए मामला दर्ज किया गया था.

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