महाराष्ट्र के अहमदनगर की एनसीपी कार्यकर्ता और यशश्वीनी महिला ब्रिगेड की अध्यक्षा रेखा जरे की हत्या में पत्रकार का हाथ सामने आया है. चौंका देने वाला ये खुलासा अहमदनगर पुलिस ने किया है हालांकि उसने ऐसा क्यों करवाया पुलिस ये बता पाने में असमर्थ है. पुलिस के मुताबिक आरोपी पत्रकार बाल ज बोठे फरार है उसकी तलाश की जा रही है. अहमदनगर एन.सी.पी कार्यकर्ता और यशश्वीनी महिला ब्रिगेड की अध्यक्षा रेखा जरे की 30 नवंबर को हत्या कर दी गई थी.हैरानी की बात है हत्या का मास्टरमाइंड होने का आरोप अहमदनगर के ही एक ऐसे पत्रकार पर लगा है जो रेखा जरे के अंतिम संस्कार में भी शामिल था.
अहमदनगर के एसपी मनोज पाटिल ने अनुसार, "30 नवंबर को रेखा जरे की हत्या हुई थी उसमे हमने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है . उसमे और एक नाम बाला साहेब बोठे का आ रहा है हम उसकी तलाश कर रहे हैं."
बाल ज बोठे.... राज्य के एक बड़े अखबार का पत्रकार है और अहमदनगगर जिले का बडा नाम भी . उसने कई किताबें भी लिखी हैं और हाल ही में हनी ट्रैप पर स्टोरी भी छापी थी और उसमें खुद के फंसाये जाने का अंदेशा भी जताया था. लेकिन अब कहानी कुछ और ही मोड़ ले चुकी है.
यशश्वीनी महिला ब्रिगेड अध्यक्षा रेखा जरे की हत्या की साजिश कुछ इस तरहं रची गई थी कि वो रोड रेज लगे...इसलिए रेखा जरे जब पुणे से अहमदनगर लौट रहीं थीं तब जातेगांव घाट के पास आरोपियों ने गाड़ी ठीक से ना चलाने का आरोप लगाकर पहले उनकी कार रुकवाई फिर धारदार हथियार से हत्या कर फरार हो गए.
लेकिन उनका ये राज ज्यादा देर टिक नही पाया क्योंकि कार में बैठे रेखा जरे के बेटे ने आरोपी का फ़ोटो खींच लिया था. नतीजा पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में देर नही लगी औऱ एक एक कर 5 आरोपी पकड़े गए . पुलिस का डंडा पड़ते ही उन्होंने जो नाम लिया वो सुनकर पुलिस भी हैरान है और बाल बोठे को जानने वाले भी .लेकिन एक सामाजिक महिला कार्यकर्ता के पास ऐसा क्या राज़ था कि बाल बोठे जैसे बड़े पत्रकार को उसकी हत्या की साजिश रचनी पड़ी?
(अहमदनगर से सागर दुसाल के इनपुट के साथ)
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