20 अरब डॉलर की "वेदांता-फॉक्सकॉन परियोजना" गुजरात शिफ्ट होने और इस बावत मची सियासी लड़ाई के बीच महाराष्ट्र के एक मंत्री ने प्रोजेक्ट के लिए राज्य का चयन करने के लिए आज वेदांता को धन्यवाद दिया.
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने आज सुबह ट्वीट किया, “वेदांता-फॉक्सकॉन संबद्ध परियोजना के लिए महाराष्ट्र का चयन करने का निर्णय लेने के लिए वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल को बधाई. गठबंधन सरकार महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने और राज्य में बेरोजगारी को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है."
वेदांता-फॉक्सकॉनच्या संलग्न प्रकल्पासाठी महाराष्ट्राची निवड करण्याचा निर्णय घेतल्याबद्दल वेदातांचे अध्यक्ष अनिल अगरवाल यांचे आभार. महाराष्ट्रात मोठ्या प्रमाणात गुंतवणूक यावी आणि राज्यातील बेरोजगारी दूर व्हावी यास्तव युती सरकार कटिबद्ध आहे.
— Uday Samant (@samant_uday) September 15, 2022
कल, उदय सामंत ने खुलासा किया था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ एक फोन कॉल में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र को उसी तरह का या उससे बेहतर प्रोजेक्ट देने का आश्वासन दिया है.
ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, वेदांता के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने कहा कि उनकी कंपनी जल्द ही "आगे की रणनीति" में महाराष्ट्र को शामिल करेगी.
अग्रवाल ने ट्वीट किया, "सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास उत्पादन में हमारा निवेश देश भर में उद्योगों का एक पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करेगा. हम महाराष्ट्र में निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम जल्द ही एक हब बनाएंगे जहां महाराष्ट्र हमारे आगे की रणनीति का हिस्सा होगा."
उन्होंने लिखा, "हम वेदांता-फॉक्सकॉन के लिए पिछले दो वर्षों से साइटों का आकलन कर रहे थे और राज्य सरकारों के साथ बातचीत कर रहे थे और आने वाले वर्षों में हम देश के विकास के लिए इन वार्तालापों को जारी रखने की उम्मीद रखते हैं."
अग्रवाल ने कहा कि कंपनी आईफोन और अन्य टेलीविजन उपकरण बनाने के लिए महाराष्ट्र में एक हब बनाएगी. उन्होंने आगे कहा कि यह गुजरात के संयुक्त संयंत्र के लिए एक तरह से सहायक होगा.
भारतीय समूह ‘वेदांता' और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ‘फॉक्सकॉन' का 1.54 लाख करोड़ रुपये का सेमीकंडक्टर संयंत्र गुजरात में स्थापित होने की घोषणा के बाद महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. महाराष्ट्र इस परियोजना के लिए सात साल से लॉबिंग कर रहा था.
शिवसेना नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा था कि पूर्ववर्ती एमवीए सरकार द्वारा परियोजना को लगभग अंतिम रूप दे दिया गया था, लेकिन मौजूदा सरकार ने संभावित निवेशकों का विश्वास खो दिया है.
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