
महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर महाराष्ट्र के विपक्षी सांसदों का एक दल आज गृह मंत्री अमित शाह से मिला है. इस दल में महाविकास आघाड़ी में शामिल उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस के सांसद शामिल थे. महाविकास आघाड़ी के सांसदों ने इस बारे में अमित शाह को एक चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें बेलगाम, निपानी, कारवार और बीदर जैसे ज़िलों में मराठी भाषी आबादी पर कर्नाटक सरकार की अवैध कार्रवाइयों की शिकायत की गई है.
उद्धव ठाकरे ने भी इस मसले पर बीजेपी पर निशाना साधा है. उद्धव ने न्यूज एजेंसी भाषा से कहा है कि जिस तरह राज्य की बड़ी परियोजनाएं गुजरात शिफ़्ट कर दी गईं, इससे गुजरात चुनाव में बीजेपी को फ़ायदा मिला. उन्होंने सवाल किया कि क्या उसी तरह कर्नाटक चुनाव के पहले राज्य के हमारे कुछ गांवों को कर्नाटक को बीजेपी बेच रही है.
शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस पर कहा कि हमारी बातचीत हुई है कि जिस तरह से कर्नाटक के सीएम की बयानबाजी हो रही है, उससे हिंसा को तूल मिल रहा है. कानून व्यवस्था खराब हो रही है. महाराष्ट्र की लचर सरकार कुछ नहीं कर रही है. अस्मिता पर चोट लग रही है, जो हमें कतई मंजूर नहीं है. हमने कहा है कि दोनों मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाएं और कोई समाधान निकालें. जनता को जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक लड़ाई जारी रहेगी. महाराष्ट्र में आग लगाने की कोशिश हो रही है.
(इनपुट्स भाषा से भी)
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