मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर देर रात तक चर्चा जारी है. बुधवार को बहस के दौरान पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सरकार पर जनता के पैसों की बर्बादी के आरोप लगाये वो भी पार्टी के काम में. बहस के दौरान जीतू पटवारी ने कहा अध्यक्ष जी, मेरे मुख्यमंत्री ने गरीब के पैसे से, मेरे मुख्ययमंत्री ने कर्ज के पैसे से भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में वहां की मीटिंग्स में इतना दुख और दर्द , इतना भाव है, वहां पर 40 करोड़ रूपये का खाना खिला दिया. कार्यालय में अंदर और जो बात कह रहा हूं, रिकॉर्ड से कह रहा हूं. यह मध्यप्रदेश के साथियों, विधायकों, आप जन प्रतिनिधियों, सत्ता के भी और विपक्ष के भी, यह देश का पहला मुख्ययमंत्री है, जिसने सरकार के पैसे से बीजेपी कार्यालय में खाना खिलाया.
हालांकि आरोप लगाते ही, नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया भड़क उठे. वे अपनी सीट से उठे और विपक्ष की तरफ आक्रामक मुद्रा में बढ़े, थोड़ी देर तक इस मुद्दे पर हंगामा हुआ, जिसके बाद संसदीय कार्यमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र ने इस मामले पर खेद जताया. थोड़ी देर बाद बात शुरू होने पर जीतू पटवारी ने फिर कहा केवल सरकार के पैसे से बीजेपी के कायकर्ता को खाना खिलाया और बीजेपी कार्यालय के अंदर यह प्रश्न सरकार का उत्तर है और पांच साल में 9 करोड़ रुपये का खाना खिलाया तो बीस साल में कितने का खिलाया होगा?
यह है स्वर्णिम मध्य प्रदेश बनाने वाली सरकार, यह संदर्भ था की यह कर्जा जो ले रहे हो, यह जा कहां रहा है? यह कर्जा यहां जा रहा है या हवाई जहाज खरीदी जा रही है. इस मुद्दे पर गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ नरोत्तम मिश्रा से प्रतिक्रिया के बारे में पूछने पर उन्होंने पुरजोर तरीके से कहा ऐसा कुछ नहीं है.
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