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मां हिडिंबा की दिन-रात पूजा, जानिए देवताओं को क्यों जगा रहा हिमाचल का गांव

मनाली के प्रसिद्ध हिडिंबा माता मंदिर में लगातार पूजा-अर्चना चल रही है. दरअसल तीन दिन से मनाली में भारी बारिश हो रही है, जो बंद होने का नाम नहीं ले रही. जिसके बाद ग्रमीणों को प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए  देवताओं को जगाने का रास्ता सूझा.  

मां हिडिंबा की दिन-रात पूजा, जानिए देवताओं को क्यों जगा रहा हिमाचल का गांव
कुल्लू में देवताओं को जगाने की कोशिश.
  • हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से ब्यास नदी उफान पर है. बाढ़ और लैंडस्लाइड से नुकसान हुआ है.
  • कुल्लू में छोटी जगती का आयोजन किया जा रहा है ताकि प्राकृतिक आपदाओं से बचाव किया जा सके.
  • छोटी जगती पूजा के दौरान स्थानीय लोग हिडिंबा माता मंदिर में देवताओं की आराधना और अनुष्ठान कर रहे हैं.
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कुल्लू:

हिमाचल प्रदेश में बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड से हाहाकार मचा हुआ है. ब्यास नदी उफान पर है. पहाड़ों पर प्रकृति जमकर कहर बरपा रही है. अब तक न जाने कितने लोग काल के गाल में समा चुके हैं. इस सब से परेशान हिमाचल के लोगों को समझ ही नहीं आ रहा कि वे करें तो क्या करें. प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए  ग्रामीण अब देवताओं की शरण में पहुंचे (Hidimba Temple Pooja) हैं. वे अब देवताओं को जगाने की कोशिश कर रहे हैं.

मनाली में है प्राचीन हिडिंबा मंदिर 

पैगोडा शैली में मनाली में ये मंदिर 1553 में ककुल्लू के राजा बहादुर सिंह ने बनवाया था. पहाड़ी की चोटी पर बना ये प्राचीन मंदिर के दर्शन और पूजा अर्चना करने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं. किंवदंतियों के मुताबिक महाभारत काल में हिडिंबा विशेष कार्य के लिए राक्षस कुल में पैदा हुई वो यहां अपने भाई हिडिम्ब के साथ रहती थी. हिडिम्ब की इस पूरे इलाक़े में दहशत थी.

मनाली के प्राचीन हिडिंबा मंदिर में दिन रात पूजा चल रही है और प्राकृतिक आपदाओं से बचाने की गुहार लोग देवी-देवताओं से लगा रहे हैं. कूल्लू में इसे छोटी जगती (Kullu Choti Jagati) के नाम से पुकारा जाता है. इस दौरान प्रकृति से छेड़छाड़ और देवालय के अनादर से बचने के लिए पूजा की जाती है.

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कुल्लू के हिडिंबा मंदिर में हो रही खास पूजा

बता दें कि छोटी जगती के दौरान गांव के लोग इकट्ठा होकर मंदिर में पूजा और अनुष्ठान कर रहे हैं. दरअसल कुल्लू की आराध्य देवी माता हिडिंबा हैं. उनके आदेश के मुताबिक ही मुख्यालय रघुनाथपुर में छोटी जगती का आयोजन किया जा रहा है.  छोटी जगती में देवी-देवताओं ने आदेश दिया कि देवस्थलों से हो रही छेड़छाड़ से वह नाराज हैं. इस छेड़छाड़ को तुरंत बंद किया जाए. ढालपुर मैदान में हो रही छेड़छाड़ को भी तुरंत बंद किया जाए. साथ ही कहा गया कि अगर इसे नहीं रोका तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. आपदाओं से बचने के लिए भगवान शिव को मनाया जाए.

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देवी-देवताओं को जगाने की कोशिश

कुल्लू के लोग इस पूजा को करके देवताओं को जगाने की कोशिश कर रहे हैं. मनाली के प्रसिद्ध हिडिंबा माता मंदिर में लगातार पूजा-अर्चना चल रही है. दरअसल तीन दिन से मनाली में भारी बारिश हो रही है, जो बंद होने का नाम नहीं ले रही. जिसके बाद ग्रमीणों को प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए  देवताओं को जगाने का रास्ता सूझा.  

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