चेन्नई:
भारतीय परमाणु नियामक ने गुरुवार को कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (केएनपीपी) को नियंत्रित परमाणु विखंडन प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति दे दी। परमाणु रिएक्टर से बिजली पैदा करने की दिशा में यह एक और कदम है।
इसके सचिव आर भट्टाचार्य ने एक बयान में कहा कि परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) द्वारा केएनपीपी की प्रथम इकाई में पहली बार महत्वपूर्ण परमाणु विखंडन प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति दी गई है।
यह पहली बार नियंत्रित विखंडन प्रक्रिया होती है और बिजली उत्पादन की दिशा में महत्वपूर्ण चरण है।
भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने तिरूनेलवेली जिले के कुडकुलम में 1,000 मेगावाट की दो ईकाइयां स्थापित की हैं। इनका निर्माण रूस के सहयोग से हुआ है।
इनके निर्माण का समझौता पूर्व सोवियत संघ के साथ 1988 में ही हुआ था लेकिन निर्माण का कार्य 2001 में ही शुरू हो सका।
इसके सचिव आर भट्टाचार्य ने एक बयान में कहा कि परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) द्वारा केएनपीपी की प्रथम इकाई में पहली बार महत्वपूर्ण परमाणु विखंडन प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति दी गई है।
यह पहली बार नियंत्रित विखंडन प्रक्रिया होती है और बिजली उत्पादन की दिशा में महत्वपूर्ण चरण है।
भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने तिरूनेलवेली जिले के कुडकुलम में 1,000 मेगावाट की दो ईकाइयां स्थापित की हैं। इनका निर्माण रूस के सहयोग से हुआ है।
इनके निर्माण का समझौता पूर्व सोवियत संघ के साथ 1988 में ही हुआ था लेकिन निर्माण का कार्य 2001 में ही शुरू हो सका।
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