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हार्ट अटैक के बाद एंबुलेंस नहीं, बाइक पर लगाया अस्पतालों के चक्कर, फिर हुआ हादसा और लोग देखते रहे तमाशा

सीसीटीवी फुटेज में वेंकटरमन की पत्नी को गुजरते हुए हर वाहन - कम से कम दो कार, एक टेम्पो और एक मोटरसाइकिल - से हाथ जोड़कर मदद की गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है.

हार्ट अटैक के बाद एंबुलेंस नहीं, बाइक पर लगाया अस्पतालों के चक्कर, फिर हुआ हादसा और लोग देखते रहे तमाशा
  • बेंगलुरु में एक मरणासन्न व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल से अस्पताल भटकना पड़ा लेकिन चिकित्सा सहायता नहीं मिली
  • बाइक से अस्पताल जाते समय उनका एक्सीडेंट हो गया और उनकी पत्नी ने राहगीरों से बार-बार मदद की गुहार लगाई
  • कई वाहन चालक मदद नहीं करने आए, अंततः एक टैक्सी चालक ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी मृत्यु हो गई
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बेंगलुरु में एक मरणासन्न व्यक्ति और उनकी पत्नी को बाइक पर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकना पड़ा. उन्हें पहले तो चिकित्सा व्यवस्था से और फिर दुर्घटना के बाद राहगीरों से घोर उपेक्षा का सामना करना पड़ा. वह व्यक्ति कई मिनट तक दर्द से तड़पता सड़क पर पड़ा रहा, और उसकी पत्नी हाथ जोड़कर मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन गाड़ियां लगातार गुजरती रहीं. आखिरकार एक टैक्सी चालक रुका और मदद के लिए आया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. जब तक वे अस्पताल पहुंचे, 34 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी थी, और वह अपने पांच वर्षीय बेटे और 18 महीने की बेटी को अकेला छोड़ गए.

उनकी मां ने भी अपने आखिरी जीवित बच्चे को खो दिया, उनके पांच अन्य बच्चे उनके जीवनकाल में ही मर चुके थे. 

क्या हुआ था

दक्षिण बेंगलुरु के बालाजी नगर स्थित अपने घर में गैराज में काम करने वाले मैकेनिक वेंकटरमन को सुबह करीब 3:30 बजे सीने में तेज दर्द हुआ. अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पहले हल्का दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उनकी हालत तेजी से बिगड़ गई और वे बेहद कमजोर और अस्वस्थ महसूस करने लगे. तत्काल कोई विकल्प न होने के कारण, दंपति चिकित्सा सहायता लेने के लिए मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकले, पत्नी मोटरसाइकिल चला रही थी. वे पहले पास के एक निजी अस्पताल गए, जहां कथित तौर पर उन्हें बताया गया कि कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं है.

अस्पताल का हाल

इसके बाद वेंकटरमन और उनकी पत्नी एक अन्य निजी अस्पताल पहुंचे, जहां ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) से पता चला कि उन्हें हल्का दिल का दौरा पड़ा है. परिवार का आरोप है कि अस्पताल ने आपातकालीन उपचार शुरू नहीं किया और न ही एम्बुलेंस की व्यवस्था की, बल्कि उन्हें सलाह दी कि वे उन्हें जयनगर स्थित श्री जयदेव कार्डियोवास्कुलर साइंसेज संस्थान में चले जाएं.

वो मदद मांगती रही...

दंपति एक बार फिर बाइक पर सवार होकर निकले, लेकिन रास्ते में उनका एक्सीडेंट हो गया. सीसीटीवी फुटेज में वेंकटरमन की पत्नी को गुजरते हुए हर वाहन - कम से कम दो कार, एक टेम्पो और एक मोटरसाइकिल - से हाथ जोड़कर मदद की गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है. हर बार मना किए जाने पर वो लौटकर अपने पति को देखने के लिए वापस आती और फिर कुछ देर बाद सहायता मांगने के लिए जातीं. 

आंखें कर दी दान

कुछ दर्दनाक मिनटों के बाद, एक टैक्सी चालक रुका और वेंकटरमन को पास के अस्पताल ले जाने में मदद की. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि वेंकटरमन का विवाह जनवरी 2020 में हुआ था और उनका एक पांच वर्षीय बेटा और एक डेढ़ वर्षीय बेटी है. वह अपनी मां की इकलौती संतान थे, जिनके अन्य पांच बच्चे पहले ही मर चुके थे. इस त्रासदी में भी परिवार ने वेंकटरमन की आंखें दान कर दीं, जिससे उनकी मृत्यु दूसरों को रौशनी दे सके.

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