Khinwsar Election Results 2023: जानें, खिंवसार (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

खिंवसार विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 246403 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 83096 ने आरएलटीपी उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल को वोट देकर जिताया था, जबकि 66148 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी सवाई सिंह चौधरी 16948 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Khinwsar Election Results 2023: जानें, खिंवसार (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के मारवाड़ क्षेत्र में मौजूद है नागौर जिला, जहां बसा है खिंवसार विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 246403 मतदाता थे, और उन्होंने आरएलटीपी उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल को 83096 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सवाई सिंह चौधरी को 66148 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 16948 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में खिंवसार विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 65399 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर बसपा उम्मीदवार दुर्ग सिंह को 42379 वोट मिल पाए थे, और वह 23020 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में खिंवसार विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार हनुमान बैनीवाल को कुल 58760 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बसपा प्रत्याशी दुर्गसिंह दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 34317 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 24443 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.