
- कीर स्टार्मर के PM बनने और भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते के बाद यह ब्रिटिश पीएम की पहली भारत यात्रा है.
- PM स्टार्मर के साथ भारत आए अब तक के सबसे बड़े प्रतिनिधिमंडल में 100 से अधिक CEO, इंजीनियर्स और लीडर्स हैं.
- दोनों देशों में 7,000 से अधिक नई नौकरियों की संभावना बनेंगी. रक्षा, व्यापार समेत कई मुद्दों पर बात होगी.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने आज भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देने के तरीकों का पता लगाने के विस्तृत बातचीत हो रही है. इस द्विपक्षीय वार्ता में रक्षा और व्यापार पर फोकस रहने की उम्मीद भी है.
कीर स्टार्मर की यह उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली आधिकारिक यात्रा है जो भारत-ब्रिटेन के ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के बाद किसी भी ब्रिटिश प्रधानमंत्री की पहली भारत यात्रा भी है. इससे दोनों देशों के आर्थिक, तकनीकी और सांस्कृतिक रिश्तों को नई ताकत मिलेगी. बता दें कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री की भारत यात्रा से ढाई महीने पहले दोनों देशों ने ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
VIDEO | Prime Minister Narendra Modi receives United Kingdom Prime Minister Keir Starmer in Mumbai.
— Press Trust of India (@PTI_News) October 9, 2025
The UK Prime Minister arrived in Mumbai on Wednesday, ahead of his meeting with PM Narendra Modi in India's financial capital.
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI… pic.twitter.com/LkCDnihUVg
बुधवार को मुंबई पहुंचे स्टार्मर ने कहा कि भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है और उसके साथ व्यापार तेज एवं सस्ता होने वाला है तो ऐसे में कई अवसर पैदा होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि भारत में विकास का मतलब ब्रिटिश लोगों के लिए देश में अधिक विकल्प, स्थिरता और रोजगार है. बता दें कि भारत की 64 कंपनियां ब्रिटेन में कुल 1.3 बिलियन पाउंड का निवेश करेंगी.

आर्थिक और व्यापारिक महत्व
कीर स्टार्मर की यात्रा दोनों देशों के आर्थिक विकास, द्विपक्षीय रणनीतिक रिश्तों और साझेदारी के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, जिससे वैश्विक मंच पर उनकी ताकत और साझा हितों को नई ऊंचाई मिलेगी. जुलाई 2025 में हुए भारत-यूके व्यापार समझौते से व्हिस्की, कार, कपड़े, गहनों आदि पर शुल्क घटेगा और ब्रिटेन से भारत में निर्यात क्षमता को बढ़ावा मिलेगा.
यूके के पीएम के इस दौरे से रणनीतिक और द्विपक्षीय संबंधों में भी वृद्धि होगी. प्रधानमंत्री मोदी और स्टार्मर के बीच टेक्नोलॉजी, रक्षा, वित्त, शिक्षा और हेल्थ समेत 'विजन 2035' के तहत सहयोग और भविष्य की दिशा पर चर्चा होनी है. दोनों देशों के संबंध वैश्विक व्यापार व भू-रणनीतिक बदलावों के दौर में नई दिशा पा रहे हैं, जिससे भारत-ब्रिटेन साझेदारी और मजबूत होगी.

Photo Credit: ANI
सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल
ब्रिटिश पीएम स्टार्मर के साथ यह भारत आया अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल है जिसमें 100 से अधिक सीईओ, इंजीनियर और लीडर्स शामिल हैं. एक अनुमान के मुताबिक दोनों देशों के बीच समझौते से दोनों देशों में 7,000 से अधिक नई नौकरियों की संभावना बनेंगी और 6 लाख से ज्यादा मौजूदा नौकरियों को मजबूती मिलेगी.
भारत पहुंचे इस प्रतिनिधिमंडल में सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग पर भी फोकस है. इसमें विश्वविद्यालयों के कुलपति, सांस्कृतिक क्षेत्र के प्रमुख और इनोवेटर शामिल हैं. बातचीत से फिल्म, शिक्षा, नवाचार और रिसर्च साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा.
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