कर्नाटक टॉयलेट कैमरा कांड का क्या है सच? सरकार पर BJP हमलावर, पुलिस ने दर्ज किया केस

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर ने बुधवार को कहा कि पैरामेडिकल कॉलेज के शौचालय में एक छात्रा का उसकी सहपाठी छात्राओं द्वारा कथित तौर पर वीडियो बनाने के मामले की जानकारी हासिल करने के लिए वह कर्नाटक स्थित उडुपी जा रही हैं.

कर्नाटक टॉयलेट कैमरा कांड का क्या है सच? सरकार पर BJP हमलावर, पुलिस ने दर्ज किया केस

बेंगलुरु:

कर्नाटक के उडुपी शहर स्थित एक ‘पैरामेडिकल कॉलेज' के शौचालय में एक छात्रा का कथित वीडियो रिकॉर्ड करने के मामले में छात्राओं और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस की तरफ से यह कदम घटना के एक सप्ताह बाद उठाया गया है. इधर राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख खुशबू सुंदर छात्राओं से मिलने के लिए उडुपी पहुंच रही हैं. उन्होंने ट्वीट कर बताया है कि बुधवार शाम उडीपी पहुंच रही है. वहां वो पुलिस कॉलेज प्रशासन के साथ साथ छात्रों से भी मिलेंगी. इधर भारतीय जनता पार्टी पूरे मामले को लेकर शनिवार को उडुपी में प्रदर्शन करेगी. 

क्या है पूरा मामला? 

तक़रीबन एक हफ्ते पहले उडुपी के एक निजी प्रोफेशनल ट्रेनिंग कॉलेज ने एक समूदाय की तीन छात्राओं को निलंबित कर दिया था. उनपर आरोप था कि वो महिलओं के वॉशरूम में मोबाइल फ़ोन के माध्यम से वीडियो रिकॉर्डिंग कर रही थीं. एक छात्रा ने वॉशरूम में मोबाइल देखा था. मामला कॉलेज प्रशासन तक पहुंचा. जानकारी के मुताबिक कॉलेज प्रशासन ने मोबाइल फ़ोन की जांच की. उसमें पीड़ित छात्रा का या दूसरा आपत्तिजनक वीडियो नही पाया गया. जिस छात्रा ने मोबाइल फ़ोन की जानकारी कॉलेज प्रशासन को दी थी उस छात्रा ने भी पुलिस में मामला दर्ज करवाने से मना किया था. कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को जानकारी दी और तीनों छात्राओं को सस्पेंड कर दिया गया था. 

मामले में आया नया मोड़

रश्मि समंत नाम की एक हिंदू कार्यकर्ता ने पिछले हफ्ते ट्वीट कर ये आरोप लगाया कि तीन मुस्लिम लड़कियों ने सैंकड़ों हिंदू लड़कियों का सीक्रेट तरीके से वीडियो बनाया और इसे इंटरनेट पर वायरल कर दिया. पुलिस रश्मि के घर उडुपी मे सोमवार को गई थी. रश्मि नही मिली उसके परिवार के दूसरे सदस्य वहां थे. जिनसे पुलिस ने पूछताछ की. इसके बाद हिंदू संगठन और BJP ने ट्वीट कर CM सिद्धारामैया पर दमनकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया. रश्मि के वकील ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए.

पुलिस ने क्या कहा? 

पूरे घटनाक्रम पर पुलिस ने कहा है कि इस केस को लेकर सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाई जा रही है.इस केस को लेकर एक भी वीडियो इंटरनेट पर अपलोड नहीं हुआ है. कुछ पुराने वीडियो को इस केस से जोड़कर उन्हें गलत तरीके से एडिट कर इंटरनेट पर डाला गया है.पुलिस ने अब  FIR दर्ज किया है. 

एक थ्योरी यह भी

तीन लड़कियों ने अपनी एक फ्रेंड के साथ प्रैंक करने के लिए वाश रूम में मोबाइल फिक्स किया था. लेकिन इस लड़की से पहले किसी ओर ने वाश रूम का इस्तेमाल कर लिया उस समय ये तीनों लड़कियां वहीं मौजूद थीं. वाश रूम इस्तेमाल करने वाली लड़की ने आपत्ति जताई तो इन तीनों ने उसे समझाया कि मोबाइल किसी और के लिए लगाया गया था और उस वीडियो को वहीं डिलीट कर दिया. मामला वहीं खत्म हो गया था लेकिन जब उस लड़की ने इस बारे में अपने परिवार को बताया तो बात मैनेजमेंट तक पहुंची- फिर तीनों लड़कियों को ससपेंड किया गया.

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