- कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के पोते की पत्नी दिव्या ने दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा के आरोप लगाए हैं.
- दिव्या ने पति देवेंद्र समेत ससुराल के अन्य सदस्यों पर 50 लाख रुपये की दहेज मांग और प्रताड़ना का आरोप लगाया है.
- दिव्या ने बताया कि पति शराब और ड्रग्स का आदी है और शादी से पहले इस बारे में जानबूझकर जानकारी छिपाई गई थी.
Thawar Chand Gehlot Family Dispute: कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के परिवार पर उनके पोते की पत्नी ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वरिष्ठ भाजपा नेता थावरचंद गहलोत के पोते देवेंद्र गहलोत की पत्नी दिव्या गहलोत ने मध्य प्रदेश के रतलाम में एसपी से मिलकर दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, हत्या के प्रयास और नाबालिग बेटी के अपहरण के आरोप लगाए. रतलाम पुलिस को लिखित शिकायत देते हुए दिव्या ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने अपनी 4 साल की बेटी की सुरक्षित वापसी की मांग की है. दिव्या का आरोप है कि उसकी 4 साल की बेटी को नागदा स्थित उसके ससुराल वालों ने जबरन रखा हुआ है.
पति, ससुर-सास, देवर के साथ-साथ दादी सास पर भी आरोप
पुलिस शिकायत के अनुसार दिव्या ने पति देवेंद्र गहलोत (33), ससुर जितेंद्र गहलोत (55), देवर विशाल गहलोत (25), और दादी सास अनीता गहलोत (60) 50 लाख रुपये की दहेज की मांग को लेकर सालों से परेशान करने का आरोप लगाया है. दिव्या ने आरोप लगाया कि शादी से पहले उनके पति की शराब पीने की आदत, नशे की लत और संबंधों के बारे में जानकारी जानबूझकर छिपाई गई थी.
2018 में हुई थी दिव्या और देवेंद्र की शादी
बताते चले कि दिव्या की थावरचंद गहलोत के पोते देवेंद्र से 29 अप्रैल, 2018 को आलोट के ताल में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शादी हुई थी. इस शादी समारोह में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन सहित वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया था.

पति शराब और ड्रग्स का आदी, दूसरी महिलाओं से संबंध
दिव्या का दावा है कि जब वह अपने ससुराल पहुंची तो उसे पता चला कि उसका पति शराब और ड्रग्स का आदी है और उसके दूसरी महिलाओं के साथ संबंध हैं. उसने आरोप लगाया कि उसे शारीरिक हिंसा, मानसिक प्रताड़ना और दहेज की रकम की मांग करते हुए बार-बार ताने दिए जाते थे.
प्रेग्नेंसी के दौरान भी उत्पीड़न, खाना तक नहीं दिया
दिव्या का कहना है कि 2021 में गर्भावस्था के दौरान उत्पीड़न और बढ़ गया. उनका आरोप है कि उन्हें अक्सर खाना नहीं दिया जाता था, पीटा जाता था और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था. बेटी के जन्म के बाद भी दुर्व्यवहार जारी रहा. दिव्या ने बताया कि 2019 में समझौते का प्रयास किया गया लेकिन कुछ नहीं बदला, हालात और बदतर होते गए.
26 जनवरी की रात पति ने छत से धक्का दिया
पुलिस को दी शिकायत में दिव्या ने 26 जनवरी, 2025 की एक रात का जिक्र किया है. बताया कि उसका पति नशे में घर लौटा था. उसने कथित तौर पर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की और धमकी दी, "अगर आज पैसे नहीं लाए, तो जान से मार दूँगा."
इलाज का खर्च माता-पिता को उठाने को कहा
अगली सुबह उसे नागदा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई और उसे इंदौर के बॉम्बे अस्पताल रेफर कर दिया. दिव्या का आरोप है कि उसके माता-पिता को इसकी सूचना नहीं दी गई और उसके पिता पर इलाज का खर्च उठाने का दबाव डाला गया.
4 साल की बेटी से मिल नहीं पा रही दिव्या
दिव्या की सबसे बड़ी पीड़ा उसकी बेटी है. उसका आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने उसकी चार साल की बेटी को ज़बरदस्ती अपने पास रखा है और उसे उससे मिलने नहीं देते. वह कहती है कि जब वह नवंबर में अपनी बेटी से मिलने स्कूल गई, तो उसके पति ने उसे रोक दिया और चेतावनी दी, "जब तक तुम अपने माता-पिता से पैसे नहीं लाओगी, तुम अपनी बेटी से नहीं मिल सकती."
रतलाम एसपी को दी शिकायत
दिव्या ने सबसे पहले रतलाम एसपी अमित कुमार से संपर्क किया और बताया कि उसके माता-पिता रतलाम में रहते हैं और वह फिलहाल वहीं रह रही है. हालांकि, ज्यादातर घटनाएं नागदा (उज्जैन) में हुई थीं, इसलिए उसे उज्जैन आईजी और उज्जैन एसपी को औपचारिक शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गई.
बहू के आरोपों पर ससुर बोले- सारे तथ्य रखूंगा
रतलाम पुलिस ने दिव्या का आवेदन स्वीकार कर लिया है और आवश्यकतानुसार उसे आगे भेज दिया है. बहू के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए थावरचंद गहलोत के पुत्र और पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत ने कहा, "कोई भी आरोप लगा सकता है. मैं मीडिया के सामने सारे तथ्य प्रस्तुत करूंगा."
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