कर्नाटक के मैसूर में इंटेलिजेंस ब्यूरो के पूर्व ऑफिसर की शुक्रवार को कार से धक्का लगने के कारण मौत हो गई. पुलिस की मानें तो ये घटना सड़क हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी हत्या है. अधिकारियों ने कहा कि आरके कुलकर्णी शुक्रवार शाम मैसूर विश्वविद्यालय के मानसगंगोत्री परिसर में टहल रहे थे, तभी एक कार ने उन्हें आगे से टक्कर मार दी.
अधिकारियों ने कहा कि उक्त गाड़ी में नंबर प्लेट भी नहीं था. पुलिस ने शुरू में माना कि यह एक हादसा है. लेकिन सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद यह दुर्घटना अनजाने में नहीं बल्कि जानबूझकर की गई प्रतीत होती है.
वीडियो में दिख रहा है कि एक तेज रफ्तार कार को 82 वर्षीय व्यक्ति की ओर जाता है, जो अपनी नियमित सैर पर था. इसके बाद कार चालक उसे टक्कर मारता है और मौके से फरार हो जाता है.
मैसूर के पुलिस आयुक्त चंद्रगुप्त ने कहा, "जांच के बाद, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि यह एक दुर्घटना नहीं थी, बल्कि सोची-समझी हत्या थी." अधिकारी ने कहा, " यह चार पहिया वाहनों द्वारा उपयोग के लिए एक संकरी गली थी. ऐसा लगता है कि आरोपी कुलकर्णी का पीछा कर रहा था."
पुलिस ने कहा कि आरोपी का पता लगाने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है और हत्या के मकसद का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है. बता दें कि कुलकर्णी 23 साल पहले इंटेलिजेंस ब्यूरो में तीन दशक से अधिक समय तक सेवा देने के बाद रिटायर हुए थे.
यह भी पढ़ें -
-- हिमाचल प्रदेश : चुनावी रैली में क्यों भावुक हो गए थे BJP नेता ? NDTV को बताई वजह
-- "अब दीदी मां...": भाजपा नेता उमा भारती का 'संन्यास', ट्वीट कर दे रहीं हैं मोहभंग का संदेश
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं