माला अर्पित करते कमल हासन
रामेश्वरम:
प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन आज आधिकारिक तौर पर अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे. इससे पहले वह पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम के घर का दौरा कर आज अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की और कहा कि पूर्व राष्ट्रपति उनके ‘आदर्श’ हैं. हासन आज रात मदुरै में अपने राजनीतिक दल की शुरूआत करेंगे. उन्होंने आज का दिन यहां कलाम के घर की यात्रा से शुरू किया तथा दिवंगत नेता के 90 साल के भाई मोहम्मद मुथुइमीरन लेब्बाई मराईक्कयर से आर्शीवाद लिया.
उन्होंने कलाम के घर के दौरे को लेकर ट्विटर पर लिखा, ‘महानता साधारण शुरुआतों से जन्म लेती है. असल में यह केवल सादगी से ही जन्म लेगी. एक महान इंसान के साधारण से घर से अपने इस सफर की शुरुआत करने में मुझे खुशी हो रही है.’ इससे पहले अभिनेता ने मराईक्कयर से संक्षिप्त बातचीत की. कलाम के परिवार ने हासन को पूर्व राष्ट्रपति की एक तस्वीर से सजा एक स्मृति चिह् भेंट किया.
यह भी पढ़ें - कमल हासन आज करेंगे अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान, अरविंद केजरीवाल भी होंगे समारोह में शामिल
उन्होंने पेईकरूम्बू स्थित मिसाइल मैन के स्मारक पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की. हालांकि वह उस स्कूल का दौरा नहीं कर पाये जहां कलाम ने पढ़ाई की थी. जिला प्रशासन ने उन्हें यह कहकर इसकी अनुमति नहीं दी थी कि कार्यक्रम की प्रकृति ‘राजनीतिक’ है.
उनकी सुबह आठ बजे स्कूल के छात्रों को संबोधित करने की योजना थी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मंडपम के सहायक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने इस आधार पर यात्रा की मंजूरी नहीं दी कि अगर नेताओं को स्कूल के बच्चों से बात करने की मंजूरी दी गयी तो इससे छात्रों में उलझन की स्थिति पैदा होगी. लेकिन हासन ने कहा कि कलाम के घर की यात्रा या स्कूल की उनकी प्रस्तावित यात्रा में ‘कोई राजनीति’ नहीं थी. बहरहाल स्कूल यात्रा कार्यक्रम के लिये प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने से हासन विचलित नहीं दिखे. उन्होंने कहा, ‘मुझे सीखने से कोई नहीं रोक सकता.’ उन्होंने कलाम की देशभक्ति एवं अन्य गुणों के लिये उनकी प्रशंसा की.
उन्होंने बाद में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘एक साधारण से घर से आने वाले कलाम मेरे लिए एक अहम इंसान हैं, आदर्श हैं. मुझे वहां जाकर खुशी मिली. यह एक योजनाबद्ध यात्रा थी, उनके घर के दौरे में कोई राजनीति नहीं थी.’ उन्होंने कलाम की देशभक्ति एवं अन्य गुणों के लिये उनकी प्रशंसा की और कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के ये गुण उन्हें आकर्षित करते हैं.
हासन ने कहा,‘‘उनके जीवन से मैंने काफी कुछ सीखा है. इसलिए मैं उनके स्कूल गया था. मैं उस स्कूल में जाना चाहता था जहां वे पढ़े थे. स्कूल के दौरे में भी कोई राजनीति नहीं थी. वे मुझे स्कूल जाने से तो रोक सकते हैं लेकिन सीखने से नहीं.’’ उन्होंने अपनी एक फिल्म के एक गाने के बोल की तरफ संकेत करते हुए कहा कि अगर उन्हें मौका मिला तो वह ‘वर्जनाएं तोड़कर’ सीखने के लिये तैयार हैं.’
यह भी पढ़ें - राजनीति के मैदान में उतरने से पहले सुपरस्टार रजनीकांत से मिले कमल हासन
यह पूछे जाने पर कि वह अभिनेता और नेता के अपने अवतारों के बीच क्या अंतर महसूस करते हैं, हासन ने कहा कि अभिनेता के रूप में वह खुद को एक ‘वस्तु विनियम प्रणाली’ का हिस्सा मानते हैं. उन्होंने कहा, ‘सिनेमा और राजनीति दोनों ही लोगों से जुड़ने के माध्यम हैं. लेकिन एक नेता पर ज्यादा जिम्मेदारी होती है.’
अभिनेता ने कहा कि सिनेमा में वस्तु विनिमय प्रणाली जैसी चीज है जहां दर्शक उनकी प्रतिभा के बदले पैसे देते हैं. लेकिन राजनीति में ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राजनीति में शामिल होने का जुनून, समय एवं इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति को राजनीति का हिस्सा बनना चाहिए. हासन ने कहा, ‘यहां तक कि आप लोगों (पत्रकारों) को भी राजनीति में आना चाहिए. एक समय वकील बड़ी संख्या में राजनीति में आते थे तब कोई सवाल नहीं करता था, जब अभिनेता आते हैं लोग सवाल करते हैं.’
VIDEO: क्या पक रही है खिचड़ी : चेन्नई में मिले केजरीवाल और कमल हासन (इनपुट भाषा से)
उन्होंने कलाम के घर के दौरे को लेकर ट्विटर पर लिखा, ‘महानता साधारण शुरुआतों से जन्म लेती है. असल में यह केवल सादगी से ही जन्म लेगी. एक महान इंसान के साधारण से घर से अपने इस सफर की शुरुआत करने में मुझे खुशी हो रही है.’ इससे पहले अभिनेता ने मराईक्कयर से संक्षिप्त बातचीत की. कलाम के परिवार ने हासन को पूर्व राष्ट्रपति की एक तस्वीर से सजा एक स्मृति चिह् भेंट किया.
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उन्होंने पेईकरूम्बू स्थित मिसाइल मैन के स्मारक पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की. हालांकि वह उस स्कूल का दौरा नहीं कर पाये जहां कलाम ने पढ़ाई की थी. जिला प्रशासन ने उन्हें यह कहकर इसकी अनुमति नहीं दी थी कि कार्यक्रम की प्रकृति ‘राजनीतिक’ है.
उनकी सुबह आठ बजे स्कूल के छात्रों को संबोधित करने की योजना थी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मंडपम के सहायक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने इस आधार पर यात्रा की मंजूरी नहीं दी कि अगर नेताओं को स्कूल के बच्चों से बात करने की मंजूरी दी गयी तो इससे छात्रों में उलझन की स्थिति पैदा होगी. लेकिन हासन ने कहा कि कलाम के घर की यात्रा या स्कूल की उनकी प्रस्तावित यात्रा में ‘कोई राजनीति’ नहीं थी. बहरहाल स्कूल यात्रा कार्यक्रम के लिये प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने से हासन विचलित नहीं दिखे. उन्होंने कहा, ‘मुझे सीखने से कोई नहीं रोक सकता.’ उन्होंने कलाम की देशभक्ति एवं अन्य गुणों के लिये उनकी प्रशंसा की.
उन्होंने बाद में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘एक साधारण से घर से आने वाले कलाम मेरे लिए एक अहम इंसान हैं, आदर्श हैं. मुझे वहां जाकर खुशी मिली. यह एक योजनाबद्ध यात्रा थी, उनके घर के दौरे में कोई राजनीति नहीं थी.’ उन्होंने कलाम की देशभक्ति एवं अन्य गुणों के लिये उनकी प्रशंसा की और कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के ये गुण उन्हें आकर्षित करते हैं.
हासन ने कहा,‘‘उनके जीवन से मैंने काफी कुछ सीखा है. इसलिए मैं उनके स्कूल गया था. मैं उस स्कूल में जाना चाहता था जहां वे पढ़े थे. स्कूल के दौरे में भी कोई राजनीति नहीं थी. वे मुझे स्कूल जाने से तो रोक सकते हैं लेकिन सीखने से नहीं.’’ उन्होंने अपनी एक फिल्म के एक गाने के बोल की तरफ संकेत करते हुए कहा कि अगर उन्हें मौका मिला तो वह ‘वर्जनाएं तोड़कर’ सीखने के लिये तैयार हैं.’
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यह पूछे जाने पर कि वह अभिनेता और नेता के अपने अवतारों के बीच क्या अंतर महसूस करते हैं, हासन ने कहा कि अभिनेता के रूप में वह खुद को एक ‘वस्तु विनियम प्रणाली’ का हिस्सा मानते हैं. उन्होंने कहा, ‘सिनेमा और राजनीति दोनों ही लोगों से जुड़ने के माध्यम हैं. लेकिन एक नेता पर ज्यादा जिम्मेदारी होती है.’
अभिनेता ने कहा कि सिनेमा में वस्तु विनिमय प्रणाली जैसी चीज है जहां दर्शक उनकी प्रतिभा के बदले पैसे देते हैं. लेकिन राजनीति में ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राजनीति में शामिल होने का जुनून, समय एवं इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति को राजनीति का हिस्सा बनना चाहिए. हासन ने कहा, ‘यहां तक कि आप लोगों (पत्रकारों) को भी राजनीति में आना चाहिए. एक समय वकील बड़ी संख्या में राजनीति में आते थे तब कोई सवाल नहीं करता था, जब अभिनेता आते हैं लोग सवाल करते हैं.’
VIDEO: क्या पक रही है खिचड़ी : चेन्नई में मिले केजरीवाल और कमल हासन (इनपुट भाषा से)
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