नई दिल्ली:
नियंत्रण रेखा पर पांच भारतीय सैनिकों की हत्या पर विवादास्पद बयान देने को गंभीरता से लेते हुए जेडीयू ने बिहार के अपने दो मंत्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए यह स्पष्ट करने को कहा है कि उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं की जाए।
राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को अलग-अलग भेजे नोटिस में पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि उनका बयान जेडीयू की नीति, आचार और कायदों के खिलाफ है और इनसे (दोनों मंत्रियों) सात दिनों के भीतर यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि उनके खिलाफ ऐसे खराब आचरण के लिए क्यों नहीं अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
शरद ने इन मंत्रियों से कहा कि उनके बयान से पार्टी को न केवल असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है, बल्कि उसकी साख को भी धक्का लगा है। भीम सिंह को लिखे पत्र में शरद ने कहा, नियंत्रण रेखा पर सैनिकों की हत्या के बारे में आपका बयान अनपेक्षित है और खासकर ऐसे में, जब आप जेडीयू और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य हैं।
उन्होंने कहा, आपका उपरोक्त कार्य अनुशासन के नियमों के खिलाफ है। नरेंद्र सिंह को लिखे पत्र में शरद ने कहा कि अपका यह बयान कि भारतीय सैनिकों की हत्या में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है, यह पार्टी की नीतियों, कायदों और आचार के खिलाफ है। शरद ने मंत्री को याद दिलाया कि इस बारे में मैंने व्यक्तिगत रूप से इसका खंडन करने और इसके खिलाफ बयान देने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जेडीयू अध्यक्ष ने दोनों मंत्रियों से यह बताने को कहा कि ऐसे खराब आचरण के लिए आपके खिलाफ क्यों नहीं अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
भीम सिंह ने कहा था कि पुलिसकर्मी और सैनिक देश के लिए बलिदान देने के लिए ही भर्ती होते हैं। उन्होंने हालांकि बाद में इसके लिए माफी मांग ली थी। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा था कि उन्हें इस बात का विश्वास नहीं है कि इस घटना के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है।
राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री भीम सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को अलग-अलग भेजे नोटिस में पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि उनका बयान जेडीयू की नीति, आचार और कायदों के खिलाफ है और इनसे (दोनों मंत्रियों) सात दिनों के भीतर यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि उनके खिलाफ ऐसे खराब आचरण के लिए क्यों नहीं अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
शरद ने इन मंत्रियों से कहा कि उनके बयान से पार्टी को न केवल असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है, बल्कि उसकी साख को भी धक्का लगा है। भीम सिंह को लिखे पत्र में शरद ने कहा, नियंत्रण रेखा पर सैनिकों की हत्या के बारे में आपका बयान अनपेक्षित है और खासकर ऐसे में, जब आप जेडीयू और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य हैं।
उन्होंने कहा, आपका उपरोक्त कार्य अनुशासन के नियमों के खिलाफ है। नरेंद्र सिंह को लिखे पत्र में शरद ने कहा कि अपका यह बयान कि भारतीय सैनिकों की हत्या में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है, यह पार्टी की नीतियों, कायदों और आचार के खिलाफ है। शरद ने मंत्री को याद दिलाया कि इस बारे में मैंने व्यक्तिगत रूप से इसका खंडन करने और इसके खिलाफ बयान देने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जेडीयू अध्यक्ष ने दोनों मंत्रियों से यह बताने को कहा कि ऐसे खराब आचरण के लिए आपके खिलाफ क्यों नहीं अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
भीम सिंह ने कहा था कि पुलिसकर्मी और सैनिक देश के लिए बलिदान देने के लिए ही भर्ती होते हैं। उन्होंने हालांकि बाद में इसके लिए माफी मांग ली थी। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा था कि उन्हें इस बात का विश्वास नहीं है कि इस घटना के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है।
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