नई दिल्ली:
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पूरे देश में धूम-धाम से मनाया जा रहा है। देश के अधिकांश मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। जन्माष्टमी को लेकर बाजारों में भी चहल-पहल देखी जा रही है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देशवासियों को जनमाष्टमी की शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, जन्माष्टमी के मौके पर मैं अपने देशवासियों को बधाई और शुभकामनायें देता हूं। उन्होंने कहा, आइये इस शुभ दिन खुद को राष्ट्र की सेवा में समर्पित करें। आइये बिना फल की इच्छा करे, अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन की ओर ध्यान केंद्रीत करें। सही कार्यों का निश्चित रूप से अच्छा परिणाम आएगा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने बधाई संदेश में कहा कि जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के उस संदेश के उपलक्ष्य में मनाया जाता है जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्म कर, फल की इच्छा मत कर ।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस मौके पर देशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि जन्माष्टमी का त्योहार हमें भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं की याद दिलाता है। इस बीच दिल्ली के उप राज्यपाल तेजेंद्र खन्ना और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी आज जन्माष्टमी के मौके पर दिल्ली वासियों को बधाई दी है।
दिल्ली में जन्माष्टमी के अवसर पर सभी प्रमुख मंदिर सजे हुए हैं। दूसरी ओर मुंबई में इस अवसर पर दही-हांडी की धूम मची हुई है।
उधर, अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा शुक्रवार की रात श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया है। इस्कॉन पटना के अध्यक्ष श्रीकृष्ण कृपा दासजी ने बताया कि इस मौके पर श्रीकृष्ण लीलामृत की प्रस्तुति की जाएगी। इस्कॉन के श्रद्धालु भक्तों द्वारा भजन-कीर्तन और कई उत्कृष्ट आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।
पटना के रामजानकी चौराहा स्थित राधा-कृष्ण और भगवान जगन्नाथ मंदिर में जन्मोत्सव की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। रात में भजन-कीर्तन और भगवान कृष्ण की झांकी की भी तैयारी की गई है।
इधर, पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में गुरुवार से तीन दिवसीय प्रवचन का कार्यक्रम चल रहा है। इस दौरान रातभर भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा है।
इसके अलावा राज्य के बक्सर, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया, औरंगाबाद व मुंगेर सहित कई जिलों में कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
लखनऊ सहित कई शहरों में आज भव्य झाकियों का आयोजन किया गया है। उत्सव को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
जन्माष्टमी के मौके पर गृहस्थों के साथ ही साधु संत भी आज व्रत रखेंगे। मंदिरों के साथ शहर में कई जगह कन्हैया का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। अष्टमी और नवमी तिथि पर संशय के चलते अधिकांश गृहस्थों ने गुरुवार को ही जन्माष्टमी मनायी।
पंडित कृष्णकांत ने बताया कि इस बार गृहस्थी और वैष्णवों को शुक्रवार रात को रोहिणी नक्षत्र नहीं मिलेगा। रोहिणी नक्षत्र शनिवार 11 अगस्त को सुबह 9.57 बजे के बाद शुरू होगा और यह रविवार 12 अगस्त को 12.31 बजे तक रहेगा।
उन्होंने बताया कि कई वर्षों बाद ऐसा हुआ है कि जब श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं है।
राजधानी लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, आगरा और कई अन्य शहरों में जन्माष्टमी आज मनायी जा रही है। शुक्रवार को जन्माष्टमी के चलते रिजर्व पुलिस लाइन, महानगर, पीएसी इस्कॉन मंदिर और अहियागंज स्थित बांके बिहारी के मंदिर सहित तमाम मंदिरों और उत्सव स्थलों में तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक जन्माष्टमी के मौके पर एहतियात के तौर पर भीड़भाड़ वाली जगहों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देशवासियों को जनमाष्टमी की शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, जन्माष्टमी के मौके पर मैं अपने देशवासियों को बधाई और शुभकामनायें देता हूं। उन्होंने कहा, आइये इस शुभ दिन खुद को राष्ट्र की सेवा में समर्पित करें। आइये बिना फल की इच्छा करे, अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन की ओर ध्यान केंद्रीत करें। सही कार्यों का निश्चित रूप से अच्छा परिणाम आएगा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने बधाई संदेश में कहा कि जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के उस संदेश के उपलक्ष्य में मनाया जाता है जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्म कर, फल की इच्छा मत कर ।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस मौके पर देशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि जन्माष्टमी का त्योहार हमें भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं की याद दिलाता है। इस बीच दिल्ली के उप राज्यपाल तेजेंद्र खन्ना और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी आज जन्माष्टमी के मौके पर दिल्ली वासियों को बधाई दी है।
दिल्ली में जन्माष्टमी के अवसर पर सभी प्रमुख मंदिर सजे हुए हैं। दूसरी ओर मुंबई में इस अवसर पर दही-हांडी की धूम मची हुई है।
उधर, अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा शुक्रवार की रात श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया है। इस्कॉन पटना के अध्यक्ष श्रीकृष्ण कृपा दासजी ने बताया कि इस मौके पर श्रीकृष्ण लीलामृत की प्रस्तुति की जाएगी। इस्कॉन के श्रद्धालु भक्तों द्वारा भजन-कीर्तन और कई उत्कृष्ट आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।
पटना के रामजानकी चौराहा स्थित राधा-कृष्ण और भगवान जगन्नाथ मंदिर में जन्मोत्सव की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। रात में भजन-कीर्तन और भगवान कृष्ण की झांकी की भी तैयारी की गई है।
इधर, पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में गुरुवार से तीन दिवसीय प्रवचन का कार्यक्रम चल रहा है। इस दौरान रातभर भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा है।
इसके अलावा राज्य के बक्सर, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया, औरंगाबाद व मुंगेर सहित कई जिलों में कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
लखनऊ सहित कई शहरों में आज भव्य झाकियों का आयोजन किया गया है। उत्सव को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
जन्माष्टमी के मौके पर गृहस्थों के साथ ही साधु संत भी आज व्रत रखेंगे। मंदिरों के साथ शहर में कई जगह कन्हैया का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। अष्टमी और नवमी तिथि पर संशय के चलते अधिकांश गृहस्थों ने गुरुवार को ही जन्माष्टमी मनायी।
पंडित कृष्णकांत ने बताया कि इस बार गृहस्थी और वैष्णवों को शुक्रवार रात को रोहिणी नक्षत्र नहीं मिलेगा। रोहिणी नक्षत्र शनिवार 11 अगस्त को सुबह 9.57 बजे के बाद शुरू होगा और यह रविवार 12 अगस्त को 12.31 बजे तक रहेगा।
उन्होंने बताया कि कई वर्षों बाद ऐसा हुआ है कि जब श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं है।
राजधानी लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, आगरा और कई अन्य शहरों में जन्माष्टमी आज मनायी जा रही है। शुक्रवार को जन्माष्टमी के चलते रिजर्व पुलिस लाइन, महानगर, पीएसी इस्कॉन मंदिर और अहियागंज स्थित बांके बिहारी के मंदिर सहित तमाम मंदिरों और उत्सव स्थलों में तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक जन्माष्टमी के मौके पर एहतियात के तौर पर भीड़भाड़ वाली जगहों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है।
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