डोडा के जंगलों में बुधवार को एक बार फिर संदिग्ध आतंकी दिखाई दिए. डोडा के देस्सा इलाके के मालन गांव में ये संदिग्ध आतंकी नजर आए हैं. गांव के विलेज डिफेंस कमेटी और आतंकियों के बीच गोलीबारी होने की भी खबर सामने आई है. इसके बाद आतंकी वापस जंगल में भाग गए. इस इलाके में सुरक्षाबलों द्वारा नियमित रूप से तलाशी अभियान चल रहा है. इसके लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है.
आशंका है कि हमला करने वाले आतंकी के वेश में पूर्व पाक सैनिक हो सकते हैं. यह विदेशी आतंकी है जिन्होंने सोमवार रात सेना पर हमला किया था. यह जंगल वॉर फेयर रणनीति में माहिर होते है. घात लगाकर हमला करने में और छुप कर टारगेट साधने में भी इन्हें अच्छी ट्रेनिंग मिली होती है.
बता दें कि पिछले 16 दिनों में हुए आंतकी हमलों और मुठभेड़ में अततक 10 सौनिक शहीद हो गए हैं. साथ ही हमले के बाद ये आतंकी फिर से जंगलों में भाग जाते हैं और इस वजह से जवानों की चिंता अधिक बढ़ जाती है. ज़्यादातर आतंकी घुसपैठ के दौरान ही मारे गए जबकि सेना के जवान हिंटर लैंड में मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए.
सूत्रों के मुताबिक आतंकी की साजिश सफल होने के पीछे लोकल सपोर्ट भी है. बिना लोकल सपोर्ट के विदेशी आतंकियो की कार्रवाई संभव नहीं है.
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