
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की फाइल फोटो
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अशांति फैलाने जैसे के लिए मामलों में गिरफ्तार युवाओं को क्षमादान पर विचार
हिंसा का रास्ता छोड़ने को तैयार युवाओं के लिए ही क्षमादान का प्रावधान
गंभीर अपराधों के आरोपियों के लिए नहीं ऐसा कोई प्रावधान
राज्य सरकार उन युवाओं को माफ करने के लिए तैयार है, जिन पर राज्य में पथराव के मामले दर्ज किए गए हैं, बशर्ते वे हिंसा का रास्ता छोड़कर सामान्य जीवन जीने को तैयार हों। राज्य के कानून मंत्री अब्दुल हक खान ने विधान परिषद में कहा, 'हम उन युवाओं को माफ करने की योजना पर सक्रियता के साथ विचार कर रहे हैं जो गंभीर अपराध में शामिल नहीं हैं। हम उनका भविष्य बर्बाद नहीं करेंगे और उनका ख्याल रखेंगे।'
गंभीर अपराधों के आरोपियों के लिए नहीं ऐसा कोई प्रावधान
वह पीडीपी के एक विधान परिषद सदस्य यासिर रेशी द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब दे रहे थे। मंत्री ने हालांकि कहा कि यह क्षमादान उन युवाओं के लिए नहीं होगा जिन पर गंभीर अपराध के मामले हैं और जो आदतन अपराध करते रहे हैं।
खान ने कहा कि सरकार गुण दोष के आधार पर ऐसे मामलों पर विचार करेगी और इस तरह की परिस्थितियों में मामलों का सामना कर रहे सभी युवाओं को शांतिप्रिय नागरिक बनने का एक अवसर दिया जाएगा जिससे वे राज्य के विकास में योगदान कर सकें।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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