विज्ञापन

जयपुर स्कूल सुसाइड केस: उस दिन स्कूल क्यों नहीं आना चाहती थी अमायरा?

बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया कि स्कूल में उसकी बुली किया जाता था. इस बात की शिकायत उन्होंने सितंबर में ही की थी. साथ ही, 1 साल पहले भी वे इसकी शिकायत कर चुके थे लेकिन स्कूल ने कोई कदम नहीं उठाया.

जयपुर स्कूल सुसाइड केस: उस दिन स्कूल क्यों नहीं आना चाहती थी अमायरा?
  • जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में कक्षा चार की छात्रा अमायरा की मौत के मामले में शिक्षा विभाग की जांच जारी है.
  • जांच टीम ने स्कूल के बच्चों और शिक्षकों से बातचीत कर घटना के संदर्भ में जानकारी जुटाई है.
  • परिजनों ने स्कूल में अमायरा के बुली किए जाने की शिकायत पहले भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

राजधानी जयपुर में नीरजा मोदी स्कूल में कक्षा 4 में पढ़ने वाली बच्ची की मौत के मामले में शिक्षा विभाग की टीम जांच कर रही है. इसको लेकर टीम ने स्कूल में टीचर समेत बच्चों से भी बात की है. साथ ही, सीसीटीवी फुटेज के जरिए टीम मामले में लगातार जांच कर रही है.

परिजनों से होगी पूछताछ

शिक्षा विभाग की टीम ने इस मामले में अमायरा की कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों से बात की. इसमें कक्षा के दो विद्यार्थियों ने बताया कि अमायरा ने उस दिन कहा था कि वह स्कूल नहीं आना चाहती थी. हालांकि, वह क्यों स्कूल नहीं आना चाहती थी, इसको लेकर बच्चे कुछ नहीं बता पाए. इसके बाद शिक्षा विभाग की टीम अब इस मामले में अमायरा के माता-पिता और परिजनों से भी पूछताछ कर सकती है.

वही, इससे पहले इस मामले में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को कहा था कि राज्य की टीम को जांच करने के लिए अतिरिक्त दो दिन का समय दिया गया है. संभवतया, आज यह टीम अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप सकती है.

क्या हो रही थी बुली

इससे पहले जांच टीम के अध्यक्ष जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक रामनिवास शर्मा ने बताया था कि कुछ बच्चे क्लास में बैड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे थे. इसकी शिकायत भी दो बच्चों ने क्लास टीचर को की थी, जिस पर टीचर सभी बच्चों को समझाते हुए दिख रहा है. अमायरा भी दो बार टीचर से मिलने गई थी. हालांकि उन्होंने कहा कि बच्ची को किसी ने बैड वर्ड नहीं कहा था. इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है.

वहीं, बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया कि स्कूल में उसकी बुली किया जाता था. इस बात की शिकायत उन्होंने सितंबर में ही की थी. साथ ही, 1 साल पहले भी वे इसकी शिकायत कर चुके थे लेकिन स्कूल ने कोई कदम नहीं उठाया.

हेल्पलाइन
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्‍थ 9999666555 या help@vandrevalafoundation.com
TISS iCall 022-25521111 (सोमवार से शनिवार तक उपलब्‍ध - सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक)
(अगर आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्‍स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ के पास जाएं)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com