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This Article is From Nov 03, 2023

जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला नहीं लड़ेंगी तेलंगाना चुनाव, ये है कारण...

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की छोटी बहन शर्मिला ने कहा कि उन्होंने चुनाव में वोटों के विभाजन को रोकने के लिए कांग्रेस को अपना समर्थन देने का फैसला किया है, जिससे मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को फायदा हो सकता है.

जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला नहीं लड़ेंगी तेलंगाना चुनाव, ये है कारण...
वाईएस शर्मिला ने पिछले महीने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की थी
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
"बीआरएस के जनविरोधी शासन को समाप्त करने के लिए बलिदान..."
मेरे सारे प्रयास तेलंगाना के लिए हैं- वाईएस शर्मिला
वाईएस शर्मिला ने पिछले महीने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की
हैदराबाद:

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी प्रमुख वाईएस शर्मिला आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लडे़ंगी. इसके बजाय उन्होंने कांग्रेस का समर्थन करने का फैसला किया है. तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की छोटी बहन शर्मिला ने कहा कि उन्होंने चुनाव में वोटों के विभाजन को रोकने के लिए कांग्रेस को अपना समर्थन देने का फैसला किया है, जिससे मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को फायदा हो सकता है.

वाईएस शर्मिला ने पिछले महीने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की थी. इसके बाद उन्होंने दावा किया था कि बैठक में "चर्चा महत्‍वपूर्ण" रही और उन्होंने केसीआर को हार की चेतावनी दी. दिल्ली यात्रा के बाद उन्होंने कहा, "मेरे सारे प्रयास तेलंगाना के लिए हैं. मैं लोगों की स्थिति में सुधार के लिए सब कुछ कर रही हूं, ताकि तेलंगाना के गठन से उन्हें फायदा हो."

वाईएस शर्मिला ने कहा कि उनकी पार्टी ने राव के नेतृत्व वाले बीआरएस के "भ्रष्ट और जनविरोधी शासन" को समाप्त करने के लिए "बलिदान" देने का फैसला किया है. उन्‍होंने कहा, "कई सर्वेक्षणों और जमीनी रिपोर्टों के अनुसार, यह महसूस किया गया है कि विधानसभा चुनावों में हमारी भागीदारी का कई निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस के वोट शेयर पर सीधा असर पड़ेगा. इसलिए, वाईएसआर तेलंगाना पार्टी ने तेलंगाना विधानसभा में चुनाव नहीं लड़ने का बलिदान देने का फैसला किया है. मैं राज्य के व्यापक हित में और लोगों के बड़े हित को सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए तैयार हूं."

कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी, शर्मिला ने वाईएसआर परिवार, या 'राजन्ना राज्यम' को तेलंगाना में लाने के लिए 2021 में वाईएसआरटीपी की शुरुआत की, जिसमें वह और उनकी पार्टी दोनों चुनावी रूप से अप्रशिक्षित हैं. हालांकि, राज्‍य में अपनी मौजूदगी दर्ज करने के लिए वह 3,800 किलोमीटर की राज्यव्यापी पदयात्रा पर निकलीं. 

तेलंगाना विधानसभा चुनाव में इस बार कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. तेलंगाना विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुके भाजपा के दो मौजूदा सांसदों, जी किशन रेड्डी और के लक्ष्मण को 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने से परहेज किया गया है. भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए 35 उम्मीदवारों की सूची जारी की, इस सूची में दोनों नेताओं के नाम नहीं हैं.

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