कोल्ड ड्रिंक पीने का खुमार बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के सिर चढ़कर बोलता है. हर उम्र के लोग कोल्ड ड्रिंक्स पीना पसंद करते हैं. कई तो ऐसे भी हैं, जिनका इसके बिना गुजारा नहीं है. मगर उन्हें नहीं मालूम कि यही कोल्ड ड्रिंक उनके शरीर को बहुत नुकसान पहुंचा रही हैं. लगातार ऐसी रिपोर्ट्स आ रहीं हैं कि कोल्ड ड्रिंक में मौजूद केमिकल और बहुत ज्यादा शुगर हमें बीमार कर सकती हैं. इस बीच कोका कोला की मशहूर फैंटा कोल्ड ड्रिंक को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.

एक लिंक्डइन पोस्ट ने उठाए सवाल
- भारत और मलेशिया की फैंटा के पोषण मानकों में बड़ा अंतर
- भारत में बिकने वाली फैंटा में शुगर और सोडियम ज्यादा
- मलेशिया के फैंटा में : 100 मिलीलीटर में 4.6 ग्राम शुगर, 3 मिलीग्राम सोडियम
- भारत के फैंटा में : 100 मिलीलीटर में 13.6 ग्राम शुगर (तीन गुना ज्यादा)
- भारत के फैंटा में : 100 मिलीलीटर में 22.3 मिलीग्राम सोडियम (सात गुना ज्यादा)
फैंटा बनाने वाली कोका कोला ने अब तक इस पोस्ट में उठे सवालों का जवाब नहीं दिया है. इस मुद्दे को लेकर कई बड़े सवाल भी खड़े हुए हैं.
- क्या कोल्ड ड्रिंक की बोतल पर हो वैधानिक चेतावनी?
- क्या भारतीय एजेंसियों को ज्यादा सख्ती बरतनी चाहिए?
- क्या खाने-पीने के सामान को लेकर हम लापरवाह हैं?
क्या आप जानते हैं
- कोल्ड ड्रिंक के सेवन पर 184 देशों में सर्वे किया गया
- वैश्विक स्तर पर टाइप 2 डायबिटीज के 2.2 मिलियन केस मिले
- कोल्ड ड्रिंक की वजह से दिल की बीमारियों के 1.2 मिलियन केस मिले
- महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा कोल्ड ड्रिंक पीते हैं
कोल्ड ड्रिंक से हो सकती हैं ये बीमारियां?
- मोटापा
- डायबिटीज
- दिल के रोग
- हाई बीपी
- किडनी के रोग
- फैटी लिवर
- पाचन से जुड़ीं समस्याएं
भारत में क्यों बेखौफ कंपनियां
कंज्यूमर एक्टिवस्ट डॉ. शीतल कपूर बताती हैं कि उपभोक्ताओं के पास अधिकार है कि जो भी सामान वो मार्केट से खरीदते हैं, वो सुरक्षित होना चाहिए. सामान के लेबल पर सारी इंफॉर्मेशन होनी चाहिए. फैंटा में एक तो चीनी बहुत मात्रा में ज्यादा डाली जा रही है और दूसरा सोडियम भी उसमें ज्यादा पाया जा रहा है. दूसरे देशों में यही कंपनी बेहतर क्वालिटी का सामान बेच रही है. ये अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस है. हमारा कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट में बहुत अच्छे प्रावधान हैं, मगर इसे अमल में नहीं लाया जाता. जैसे आपने कई बार सुना होगा कि केस पहले डिस्ट्रिक्ट कमीशन में जाता है, फिर स्टेट कमीशन और वो इतना लंबा खींच जाता है कि कई बार 20-20 साल केस में लग जाते हैं. फिर पेनल्टी भी इतनी कम लगाई जा रही है कि लोग इसमें जाने से बचते हैं. साथ ही कंपनियों को भी इनका डर नहीं रहता.
कोल्ड ड्रिंक के नुकसान यहां जानिए

पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. समीर भाटी बताते हैं कि अभी कुछ समय पहले जो रिसर्च आई थी कि भारतीय वैसे भी शुगर और सोडियम की मात्रा से तीन चार गुना ज्यादा कंज्यूम करते हैं. ऊपर से अगर हम कोल्ड ड्रिंक्स ले रहे हैं तो हम एक्स्ट्रा शुगर ले रहे हैं. इसके बहुत सारे साइड इफेक्ट हैं. अभी जितनी भी सारी रिसर्च आ रही हैं, उसके अनुसार, भारत के अंदर मेटाबॉलिक सिंड्रोम काफी ज्यादा बढ़ रहे हैं. ओबेसिटी की समस्या काफी ज्यादा है. चाइल्डहुड ओबेसिटी छोटे बच्चों में ज्यादा है. ओबेसिटी का मुख्य कारण है हाई शुगर कंजपशन. आप हाई शुगर कंजपशन कर रहे हैं तो वो एक आपको एकदम डोपामिन वाला इफेक्ट देती है और वो एडिक्टिव बना देती है. ज्यादातर छोटे बच्चे इसलिए इसे लेते हैं कि उनको इसे लेकर एक फील गुड फैक्टर आता है और वो धीरे-धीरे एडिक्शन भी बन जाता है. ये ओवरऑल आपकी ब्लड शुगर बढ़ाएगी. इंसुलिन रेजिस्टेंट करेगी. इसके अलावा आपकी स्किन के ऊपर प्रॉब्लम है. फैटी लीवर कॉज करेगी, जो कि सबसे ज्यादा एक प्रॉब्लम है. इसके अलावा शुगर आपका सोडियम इंटेक ज्यादा रहेगा तो बॉडी के अंदर वाटर रिटेंशन ज्यादा होगा. ब्लड प्रेशर आपका बढ़ा हुआ रहेगा. बॉडी के अंदर इन्फ्लेमेशन काफी ज्यादा बढ़ जाएगी. हार्ट और किडनी के रोग हो सकते हैं.
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