- इंडिगो ने फ्लाइट देरी और कैंसिलेशन संकट के दौरान बोर्ड की सक्रियता और नियमित बैठकें जारी रखने की जानकारी दी.
- क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप का गठन कर रोजाना बैठकें कर ऑपरेशनल विश्वसनीयता और यात्रियों की सुविधा पर काम जारी है.
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने संसद में इंडिगो के प्रबंधन में हुई लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया.
देशभर में फ्लाइट कैंसिल और देरी के जारी संकट के बीच Indigo ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है. इंडिगो ने स्पष्ट किया है कि संकट शुरू होने के साथ ही कंपनी का बोर्ड लगातार सक्रिय है. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि संकट शुरू होने के बाद से बोर्ड की बैठकें नियमित रूप से हो रही हैं.
सबसे पहली आपात बैठक 4 दिसंबर को ही हुई थी, उसी बैठक में बोर्ड ने क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (CMG) का गठन किया था.
Indigo ने जारी किया बयान

Indigo ने बताया कि CMG की रोज़ाना बैठक हो रही है और वर्तमान स्थिति से जुड़े हर पहलू पर करीबी निगरानी रखी जा रही है. CMG का सबसे बड़ा लक्ष्य बोर्ड के निर्देशों को शत-प्रतिशत लागू करना है, जिसमें शामिल हैं,
- 100% ऑपरेशनल विश्वसनीयता को जल्द से जल्द बहाल करना
- यात्रियों को समय पर और सटीक जानकारी देना
- पूरा रिफंड या री-शेड्यूलिंग की प्रक्रिया को तेज करना
- फंसे हुए सामान को जल्द से जल्द यात्रियों तक पहुंचाना
यह भी पढ़ें- IndiGo फ्लाइट लेट या कैंसिल? बिना झंझट ऐसे पाएं पूरा रिफंड, ये रहा सबसे आसान तरीका
इंडिगो ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है. कंपनी का कहना है कि CMG दिन-रात काम कर रहा है ताकि जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल की जा सके.
संसद में उठा इंडिगो का मुद्दा
बता दें कि इंडिगो संकट का मु्द्दा आज संसद में भी गहराया रहा. ऐसे में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने राज्यसभा में सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि सरकार एयरलाइन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी ताकि अन्य कंपनियों के लिए उदाहरण स्थापित किया जा सके.
उन्होंने सदन को बताया, 'हम पायलटों, क्रू और यात्रियों का ध्यान रखते हैं. हमने सभी एयरलाइनों को यह स्पष्ट कर दिया है. इंडिगो को क्रू और रोस्टर का प्रबंधन करना था. यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हम स्थिति को हल्के में नहीं ले रहे हैं. हम सख्त कार्रवाई करेंगे. हम हर एयरलाइन के लिए एक उदाहरण स्थापित करेंगे. अगर कोई लापरवाही बरती गई, तो हम कार्रवाई करेंगे.' उन्होंने कहा कि सरकार ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है.
विपक्ष का सदन से वॉकआउट
मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार विमानन क्षेत्र में और अधिक कंपनियों को शामिल करना चाहती है और देश में पांच प्रमुख एयरलाइनों की क्षमता है. हालांकि, विपक्ष मंत्री के जवाब से खुश नहीं हुआ और सदन से वॉकआउट कर गया.
इंडिगो ने करोड़ों रुपये का रिफंड जारी किया
बता दें कि इंडिगो यात्रियों के पैसे रिफंड कर रहा है. 1 से 7 दिसंबर 2025 के बीच कुल 5,86,705 PNR रद्द हुए, जिनका पूरा रिफंड किया गया. कुल राशि ₹569.65 करोड़ है. 21 नवंबर से 7 दिसंबर 2025 तक कुल 9,55,591 PNR कैंसिल हुए, जिनका रिफंड ₹827 करोड़ में पूरा किया गया.
सामान डिलीवरी कुल 9,000 बैग फंसे थे, इनमें से 4,500 बैग यात्रियों तक पहुंचा दिए गए. बाकी 4,500 बैग अगले 36 घंटों में डिलीवर करने का लक्ष्य है. कंपनी ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और लगातार अपडेट चेक करने की अपील की है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं