भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही बलजीत कौर और 2010 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय पर्वतारोही अर्जुन वाजपेयी को मंगलवार को नेपाल के अन्नपूर्णा पर्वत से सुरक्षित बचा लिया गया. अभियान आयोजकों के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पूरक ऑक्सीजन का उपयोग किए बिना दुनिया की 10वीं सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने वाली 27 वर्षीय कौर सोमवार को शिखर बिंदु से उतरते समय शिविर-4 के पास से लापता हो गई थीं.
हिमालयन टाइम्स अख़बार ने पायनियर एडवेंचर के अध्यक्ष पासंग शेरपा के हवाले से कहा कि एक हवाई खोजी दल ने कौर को शिविर-4 के ऊपर देखा जिसके बाद उन्हें 7,363 मीटर की ऊंचाई पर अभियान चलाकर बचा लिया गया. शेरपा ने कहा, 'वह (कौर) शीतदंश से पीड़ित हैं.' कौर को इलाज के लिए काठमांडू के सीआईडब्ल्यूईसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शेरपा के मुताबिक, हवाई खोजी दल ने कौर को शिविर-4 की ओर अकेले उतरते देखा था. रिपोर्ट में कहा गया कि शिखर बिंदु के नीचे अकेली रह गईं अग्रणी भारतीय महिला पर्वतारोही आज सुबह तक रेडियो संपर्क से बाहर रहीं.
मंगलवार की सुबह एक हवाई खोजी अभियान शुरू किया गया जिसके बाद वह 'तत्काल मदद' के लिए एक रेडियो सिग्नल भेजने में कामयाब रहीं. शेरपा के अनुसार, कौर की जीपीएस लोकेशन ने 7,375 मीटर (24,193 फुट) की ऊंचाई का संकेत दिया था. वह सोमवार शाम करीब सवा पांच बजे दो शेरपा गाइड के साथ अन्नपूर्णा चोटी पर पहुंची थीं. उन्हें ढूंढ़ने के लिए कम से कम तीन हेलीकॉप्टर लगाए गए थे.
पिछले साल मई में, हिमाचल प्रदेश की निवासी बलजीत कौर ने 'माउंट ल्होत्से' को फतह किया था और एक ही मौसम में 8000 मीटर ऊंची चार चोटियों पर चढ़ने वाली वह पहली भारतीय पर्वतारोही बनीं.
सेवन समिट ट्रेक के अभियान निदेशक छावांग दावा शेरपा ने कहा कि भारतीय पर्वतारोही अर्जुन वाजपेयी को भी 6,800 मीटर की ऊंचाई से बचाया गया.
द काठमांडू पोस्ट अखबार ने पर्यटन विभाग के निदेशक युबराज खातीवाड़ा के हवाले से कहा कि वाजपेयी को चोट आई है.
वाजपेयी (29) को विमान से काठमांडू लाए जाने के बाद इलाज के लिए हम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वाजपेयी पहले ही माउंट एवरेस्ट, माउंट ल्होत्से, माउंट मकालू, माउंट कंचनजंगा, माउंट मनासलू और चो-ओयू पर चढ़कर पर्वतारोहण के कई विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं.
राजस्थान के किशनगढ़ निवासी अनुराग मालू सोमवार को अन्नपूर्णा पर्वत के तीसरे शिविर से उतरते समय लापता हो गए थे और लगभग 6,000 मीटर गहरी दरार में गिर गए थे. पांच शेरपा पर्वतारोहियों की एक टीम मालू की तलाश कर रही है.
रिपोर्ट में शेरपा के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तानी पर्वतारोही शहरोज़ काशिफ़ और नैला कियानी को भी शिखर बिंदु से नीचे उतरने के दौरान बीमार पड़ने के बाद सुरक्षित बचा लिया गया.
इसी तरह, अन्नपूर्णा पर्वत को फतह करने वाले नेपाली सेना के कप्तान सुमन पांडे को भी स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत के बाद शिविर से बचाया गया.
सेवन समिट ट्रेक्स के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा के अनुसार, सर्दियों के मौसम में के-2 के शिखर पर पहुंचने वाले आयरलैंड के पहले व्यक्ति नोएल हन्ना का कल रात शिविर-4 में निधन हो गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि हन्ना के शव को मंगलवार को वापस काठमांडू लाया गया.
अन्नपूर्णा दुनिया का दसवां सबसे ऊँचा पर्वत है, जो समुद्र तल से 8,091 मीटर की ऊंचाई पर है। इसकी चढ़ाई अत्यंत दुर्गम और खतरों से भरी होती है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं