7 मई को कई राज्यों में ‘मॉक ड्रिल’ के निर्देश.
पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर जारी तनाव कम होने के फिलहाल कोई संकेत नजर नहीं आ रहे हैं. भारत दुश्मन को सबक सिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. मॉक ड्रिल से लेकर मीटिंग तक, कैसी हैं तैयारियां जानें.
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव (India-Pakistan Tension) के बीच उभर रहे नए और जटिल खतरों को देखते हुए केंद्र सरकार ने कई राज्यों से 7 मई को ‘मॉक ड्रिल' आयोजित करने को कहा है. ‘मॉक ड्रिल' के दौरान किए जाने वाले उपायों में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन, नागरिकों को ‘किसी भी हमले' की सूरत में खुद को बचाने के लिए सुरक्षा पहलुओं पर प्रशिक्षण देना और बंकरों और खाइयों की साफ-सफाई शामिल है.
- केंद्र सरकार का ये आदेश 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने 26 लोगों की गोली मारकर जान लेने के बाद सामने आया है. पिछली बार ऐसी ड्रिल 1971 में आयोजित की गई थी, जिस साल भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था.
- सरकार ने 7 मई को देश के 244 वर्गीकृत नागरिक सुरक्षा जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास और रिहर्सल आयोजित करने का निर्णय लिया है. अभ्यास का आयोजन गांव स्तर तक करने की योजना बनाई गई है. इस अभ्यास का उद्देश्य सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में नागरिक सुरक्षा तंत्र की तैयारी का आकलन करना और उसे बढ़ाना है.
- दुर्घटना की स्थिति में ‘ब्लैकआउट' के उपाय, महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों की रक्षा तथा निकासी योजनाओं को अद्यतन करना और उनका पूर्वाभ्यास भी किया जाएगा.
- ‘मॉक ड्रिल' में वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो-संचार लिंक का संचालन, नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण भी शामिल है.
- भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच दिल्ली में बैठकों का दौर लगातार जारी है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने सोमवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इसके बाद पीएम मोदी से मिलने के लिए गृह सचिव गोविंद मोहन पीएमओ पहुंचे.
- रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने भी सोमवार को पीएम मोदी से मुलाकात की. माना जा रहा है कि रक्षा सचिव ने इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री को ताजा हालात और सैन्य तैयारियों की जानकारी दी.
- एकदिन पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने भी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी. शनिवार को नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने पीएम मोदी को अरब सागर के महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों की समग्र स्थिति से अवगत कराया था.
- पाकिस्तान के नौसैन्य अभ्यास के मद्देनजर भारतीय नौसेना अरब सागर में हाई अलर्ट पर है, वहीं भारतीय वायुसेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान लंबी दूरी की उड़ानें भर रहे हैं.
- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि रूस आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का पूरा समर्थन करता है और पहलगाम आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए.