भारत के मिशन चंद्रयान 3 पर पूरी दुनिया की नजर थी. इसकी सफलता पर दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. दुनिया के सबसे बड़े अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान नासा NASA ने भारतीय अंतिरक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को बधाई दी है. दुनिया भर के मीडिया ने इसे भारत की अभूतपूर्व सफलता बताया है. 'न्यूयार्क टाइम्स' की हेडलाइन है - ''चंद्रमा के लिए नई दौड़ में भारत साउथ पोल क्षेत्र में पहले स्थान पर.''
Prime Minister Narendra Modi of India spoke to the Chandrayaan-3 mission control room after his country became the first to successfully land in the moon's southern polar region. “We are witnessing the rise of new India,” he said.
— The New York Times (@nytimes) August 23, 2023
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अमेरिकी समाचार पत्र 'न्यूयार्क टाइम्स' (The New York Times) ने चंद्रयान 3 की सफलता पर लिखा है- ''चंद्रमा के लिए नई दौड़ में भारत साउथ पोल क्षेत्र में पहले स्थान पर.'' अखबार ने लिखा है कि, रूसी लूनर की लैंडिंग फेल होने के कुछ दिनों बाद भारत का चंद्रयान -3 मिशन चंद्रमा के उस क्षेत्र की खोज शुरू करने के लिए तैयार है, जहां की खोज अब तक किसी ने नहीं की है.
अखबार वाशिंगटन पोस्ट (Washington Post) ने लिखा है- ''भारत ने चंद्रमा की सतह पर आराम से उतारा अंतरिक्ष यान.'' वाशिंगटन पोस्ट की खबर है, यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहला सफल मिशन है. यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां पानी बर्फ के रूप में है. भारत ने बुधवार को चंद्रमा पर एक रोबोटिक अंतरिक्ष यान उतारा. यह उपलब्धि तब सामने आई है जब कुछ ही दिन पहले एक रूसी व्हीकल अपने थ्रस्टर्स को बहुत लंबे समय तक फायर करने के बाद सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. भारत का अंतरिक्ष यान, बिना किसी अंतरिक्ष यात्री के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरा. यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसे लेकर कई देश उत्सुक हैं क्योंकि इसमें गड्ढों में बर्फ के रूप में पानी है.
खलीज टाइम्स (khaleej times) ने लिखा - ''जैसा कि हुआ: भारत ने इतिहास रचा! चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरा'' अखबार लिखा - ''लगभग चार साल पहले एक असफल प्रयास के बाद भारत ने खोज से अछूते रहे दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र के करीब पहुंचने वाला पहला देश बनकर इतिहास रच दिया. भारत का चंद्रमा अंतरिक्ष यान बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सुरक्षित उतरा. इस पर मिशन का मार्गदर्शन करने वाले तकनीशियनों ने जोरदार जश्न मनाया और तालियां बजाईं. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने मुख्यालय में घोषणा की, चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर चुका है."
Celebrations everywhere! After a failed attempt nearly 4 years ago, #India has become the first country to touch down near the little-explored south pole region and joins the US, the Soviet Union and China in achieving a moon landing
— Khaleej Times (@khaleejtimes) August 23, 2023
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ब्रिटेन के अखबार टेलिग्राफ (Telegraph) ने लिखा - ''भारत के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने पर मोदी ने 'मानवता के लिए सफलता' की सराहना की.'' टेलीग्राफ ने लिखा- ''नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग "पूरी मानवता के लिए है" क्योंकि यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है. जैसे ही विक्रम लैंडर नीचे उतरा, भारतीय प्रधानमंत्री ख़ुशी से झंडा लहराते हुए देखे गए, उन्होंने दावा किया कि इससे अन्य देशों को भी इसी तरह की यात्रा करने में मदद मिलेगी. जैसे ही यान चंद्रमा की सतह पर धीमी गति से उतरा, धीरे-धीरे इसके इंजन बंद हो गए और लैंडिंग हुई, पूरे कंट्रोल रूम में तालियां और जयकार गूंजने लगीं. मोदी ने कहा: यह सफलता पूरी मानवता की है और इससे भविष्य में अन्य देशों के चंद्रमा मिशनों को मदद मिलेगी.''
अखबार द गार्डियन (The Guardian) ने लिखा- ''भारत ने पहली बार ऐतिहासिक रूप से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास अंतरिक्ष यान उतारा.''
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