PM Modi ने कहा कि पिछले 8-9 साल में पूरे विश्व में भारत के प्रति एक नया आकर्षण और एक नया विश्वास पैदा हुआ है.
नई दिल्ली:
Independence Day 2023: आज देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. यह लगातार 10वीं बार है जब पीएम ने ऐतिहासिक लाल किले पर झंडा फहराया है. इसके बाद देशवासियों के नाम अपने संबोधन में पीएम ने भारत की समस्त जनता को अपने 'प्रिय 140 करोड़ परिवारजन' कहकर संबोधित किया और आज़ादी के लिए प्राण तक न्योछावर कर देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
- देश के नाम संबोधन में पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मणिपुर में हिसा का दौर चला और कई लोगों को अपनी जीन देनी पड़ी. लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबर आ रही है. देश मणिपुर के लोगों के साथ है. पिछले कुछ दिनों से शांति की स्थिति जो बनी है, उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं. पीएम ने कहा कि शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा. राज्य और केंद्र सरकार मिलकर उन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही है.
- पीएम ने कहा कि ये अमृतकाल का पहला वर्ष है. इस काल खंड में हम ऐसे फैसले लेंगे, जिससे आने वाले 1000 साल को देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होनेवाला है. इस काल खंड में होने वाली घटनाएं आगामी 1000 साल तक के लिए इसका प्रभाव पैदा करने वाली है.
- पिछले 8-9 साल में पूरे विश्व में भारत के प्रति एक नया आकर्षण और एक नया विश्वास पैदा हुआ है. भारत से उठे इस प्रकाशपुंज से विश्व को इसमें अपने लिए ज्योति नजर आ रही है. विश्व को एक नया विश्वास पैदा हो रहा है.
- इसके आगे पीएम मोदी ने कहा आगे आज हमारे पास डोमोग्राफी (जन सांख्यिकी) है.. डोमोक्रेसी (लोकतंत्र) है..और डायवर्सिटी (विविधता) है. ये त्रिवेणी भारत के सपने को आगे बढ़ाने का सार्मथ्य रखती है.
- आज भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है. दुनिया के एक्सपर्ट इन सारे मानदंडों के आधार पर कह रहे हैं कि अब भारत रुकने वाला नहीं है. दुनिया की कोई भी रेटिंग एजेंसी वो भारत का गौरव कर रही है.
- सुधार, निष्पादन और परिवर्तन से देश बदल रहा है.
- आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का अवसर प्राप्त हुआ है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है.
- 2014 में जब हम सत्ता में आए तो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में हम 10वें स्थान पर थे। आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ जब भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था तब हमने इसे रोका और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई.
- सरकार अगले महीने पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए 13,000 से 15,000 करोड़ रुपए के आवंटन के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करेगी.
- इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा कर दिया है। मैं इसका सामना करने वाले सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.