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This Article is From Dec 25, 2019

छात्रों से दिल्ली छोड़कर चले जाने के लिए कहा, फिर पुलिस ने उस वायरल वीडियो को ही फर्जी बताया

पुलिस का एक मैसेज और वीडियो वायरल हो गया है जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के हालात ठीक नहीं हैं, छात्र घर जाएं

छात्रों से दिल्ली छोड़कर चले जाने के लिए कहा, फिर पुलिस ने उस वायरल वीडियो को ही फर्जी बताया
प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में जहां सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले छात्र लाखों की संख्या में रहते हैं, वहां आशंकाओं और अफवाहों के बीच छात्र दो जनवरी तक के लिए अपने घर जा रहे हैं. दरअसल पुलिस का एक मैसेज और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के हालात ठीक नहीं हैं, छात्र घर जाएं. लेकिन पुलिस ने वीडियो और मैसेज को फ़र्ज़ी करार दिया है. दिल्ली के मुखर्जी नगर में रह रहे देश के कोने-कोने के छात्र दो जनवरी तक के लिए अपने घरों की तरफ रवाना हो रहे हैं. सिविल सर्विस और अन्य परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि पुलिस ने उनसे कहा है कि दिल्ली का माहौल ठीक नहीं है, दो जनवरी तक के लिए घर चले जाओ.

रुड़की के निवासी छात्र नितिन नायर ने कहा कि ''यह जो अभी सीएए को लेकर दंगा हुआ है और मोदी जी झारखंड चुनाव हार नए हैं. नए साल पर पार्टी में हिंसा न हो, इसलिए नए बच्चों से कहा गया है कि आपका कैरियर खराब न हो, आप घर चले जाओ.'' नितिन से यह पूछने पर कि क्या आपसे बोला है? उन्होंने कहा कि ''हां जी हमें बोला है.'' पूछा गया कि किसने बोला है? तो जवाब मिला ''हमारे यहां पुलिस आई थी और पीजी मालिक ने भी बोला है.''

सहारनपुर के रहने वाले छात्र शुभम राणा ने कहा कि ''सर पुलिस प्रशासन ने ऐसा बोला है कि नए साल पर छात्र पार्टी करते हैं इसलिए दिक्कत होती है. इसलिए पीजी 25 से दो तारीख तक बंद रहेंगे.''

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दरअसल पलायन का यह पूरा माहौल एक नोटिस और एक वीडियो के बाद बना. नोटिस में एसएचओ मुखर्जी नगर की तरफ से कहा गया है कि सभी पीजी मालिक 24 दिसम्बर से दो जनवरी तक पीजी बंद रखें नहीं तो उन पर 50 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा या पीजी सील कर दिया जाएगा. इसी तरह एक वीडियो में एसीपी मॉडल टाउन छात्रों से धमकी भरे अंदाज़ में कह रहे हैं कि दिल्ली में धारा 144 लगी है और हिंसा का माहौल है. ऐसे में छात्र 24 दिसंबर से दो जनवरी तक यहां न रहें, नहीं तो कार्रवाई होगी.

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लेकिन उत्तरी पश्चिमी दिल्ली की डीसीपी के मुताबिक मुखर्जी नगर को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहा मैसेज फ़र्ज़ी है और वीडियो को भी एडिट किया गया है. हमने इस मामले में केस दर्ज कर ट्विटर से ये वीडियो हटाने को कहा है.

हालांकि पीजी चलाने वालों की मानें तो पुलिस ने 2017 में नए साल पर हुई हिंसा को लेकर 24 से दो जनवरी तक पीजी बंद करने की हिदायत दी है.

तपस्या कोचिंग के निदेशक एसपी सिंह ने कहा कि ''कल शाम को दो पुलिस वाले आए थे उन्होंने कहा कि 25 से दो तारीख तक पीजी बंद रखना है, क्योंकि 2017 में नए साल की पार्टी में छेड़खानी को लेकर यहां बवाल हुआ था. उसके बाद हर साल पुलिस की इस तरह की पहल रहती है. इस बार टाइम थोड़ा ज्यादा एक्सटेंड कर दिया है.''

दूसरी तरफ कई छात्रों का कहना है कि पुलिस ने उनसे ऐसा कुछ नहीं कहा. हालांकि उन्हें पीजी मालिकों की तरफ से या कहीं और से ऐसा मैसेज मिला है. छात्र नीरज ने कहा कि ''हमारे पास एक ऐसा मैसेज आया था. पहले तो हमने मैसेज को खुद ही रिजेक्ट कर दिया क्योंकि उसमें कोई साइन या मुहर नहीं है. फिर हम थाने गए तो उन्होंने भी कहा कि हमने ऐसा कोई मैसेज नहीं दिया है.''

दिल्ली पुलिस ने मैसेज और वीडियो को फ़र्ज़ी बताकर केस दर्ज कर लिया है. वहीं छात्र और पीजी मालिक कुछ और बता रहे हैं. अब हालत ये हैं कि मुखर्जी नगर से छात्र बड़ी संख्या में डर की वजह से घर चले गए हैं.

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