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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) अपने प्रसिद्ध चुनाव चिह्न बल्ले के बिना आम चुनाव लड़ रही है.दूसरी ओर ‘गैर-इस्लामी निकाह’ मामले में पार्टी के प्रमुख व पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को सात-सात साल की सजा सुनाई गई है. देश के आम चुनाव में बमुश्किल एक हफ्ते का समय बचा है.
इमरान खान वर्तमान में रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में बंद हैं.
इमरान खान की बीबी ने इस सप्ताह आत्मसमर्पण कर दिया है. उन्हें राजधानी इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में स्थित उनके घर में रखा गया है. जिसे "उप-जेल" घोषित किया गया है.
पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने इमरान खान के करीबी सहयोगी शाह महमूद कुरैशी को सरकारी खुफिया जानकारी लीक करने के मामले में 10 साल कैद की सजा सुनाए जाने के मद्देनजर उन्हें पांच साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया.
पार्टी के कई नेताओं को जेल में डाल दिया गया है, समर्थकों को रैलियां आयोजित करने से रोक दिया गया है. पार्टी से उसका क्रिकेट बल्ला चुनाव चिह्न छीन लिया गया है.
चुनाव से पहले हो रही इन सब चीजों से पीटीआई काफी प्रभावित हुई है.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार पार्टी नए उम्मीदवारों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर ऑनलाइन अभियान चलाकर असफलताओं को दूर करने की कोशिश कर रही है. ये उम्मीदवार पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं.
भले ही इमरान खान जेल में हों, पीटीआई उनसे सलाह ले रही और उनके साथ रणनीति बना रही है. फिलहाल, पीटीआई ने कहा कि वह उच्च न्यायालय से इमरान खान और उनकी पत्नी के खिलाफ निचली अदालत के फैसले को रद्द करने का अनुरोध करेगी.
जेल में बंद इमरान खान ने लोगों से 'बदमाशों' को उखाड़ फेंकने के लिए चुनाव में वोट के हथियार का उपयोग करने का भी आग्रह किया है.
इमरान खान को अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटा दिया गया था. इमरान खान का कहना है कि लगभग 200 अपराध उनपर इसलिए लगाए गए हैं. ताकि वो चुनाव न लड़ सके.
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के अनुसार आठ फरवरी को आम चुनाव कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. नेशनल असेंबली और चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 12 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं और देशभर में 90,675 मतदान केंद्र बनाए गए हैं .