ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पुणे में अपने लिए पहले बंगला, गाड़ी और खास दफ्तर की मांग को लेकर सुर्खियों में आई पूजा खेडकर अब अपनी निजी कार को लेकर चर्चाओं में हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुणे में रहते हुए पूजा खेडकर जिस ऑडी कार का इस्तेमाल कर रही थीं, उसपर कई चालान हैं. आपको बता दें कि पूजा खेडकर का पुणे के डीएम की शिकायत के बाद अब वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया है. उन्होंने वाशिम में जाकर अपना कार्यभार भी संभाल लिया है.
पूजा खेडकर को पुणे सिटी ट्रैफिक पुलिस का नोटिस
आईएएस प्रोबेशनर पूजा खेडकर को पुणे सिटी ट्रैफिक पुलिस को नोटिस मिला है. वाहन पर अनधिकृत लाल बत्ती के उपयोग और महाराष्ट्र सरकार के उल्लेख के लिए नोटिस दिया गया. पुलिस जांच के दौरान लग्जरी ऑडी कार निजी इंजीनियरिंग कंपनी के नाम पर पंजीकृत पाई गई है. कंपनी की इस गाड़ी पर यातायात नियमों के उल्लंघन की 21 शिकायतें हैं और 27 हजार रुपये जुर्माना लगा है, लेकिन सवाल ये है कि पुणे पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.
मिल रही जानकारी के अनुसार वाशिम में खेडकर फिलहाल गेस्टहाउस में रह रही हैं और उन्हें जल्द ही एक सरकारी क्वाटर अलॉट किया जा सकता है. अभी तक उन्हें ना तो कोई केबिन मिला है और नहीं उनके लिए अलग से कार दी गई है. वाशिम के कलेक्टर भुवनेश्वरी एस ने कहा कि ट्रेनी आईएएस अधिकारियों के लिए पहले से ही एक तय शेड्यूल है. उसी के मुताबिक समय दर समय हर एक विभाग में जाकर काम करना और काम की बारीकियों को समझना पड़ता है. पूजा खेडकर भी इन्हीं नियमों के तहत इस हफ्ते पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग की बारीकियों को समझेंगी. इसके बाद उन्हें अलग-अलग विभाग में रोटेट किया जाएगा. इस तरह खेडकर वाशिम में नवंबर तक वापस आएंगी और इसके बाद ही उन्हें स्वतंत्र रूप से चार्ज दिया जाएगा.
इधर, पुणे पुलिस पूजा खेडकर द्वारा निजी वाहन पर लाल बत्ती लगाकर इस्तेमाल करने और वाहन पर 'महाराष्ट्र सरकार' लिखे जाने की भी जांच कर रही है. पुलिस उस ऑडी कार की भी जांच कर रही है जिसका इस्तेमाल पूजा पुणे में रहते हुए कर रही थीं.
पुलिक की जांच में अभी तक कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिस के अनुसार पुणे में रहने के दौरान बतौर ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर जिस ऑडी कार का इस्तेमाल कर रहे थीं, उस कार के 21 चालान पेंडिंग हैं. इस ऑडी से ओवर स्पीडिंग कार, सिग्नल जंप, पुलिस वालों के रोकने पर ना रुकने जैसे कई चालान हैं.
अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि बतौर एक ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेडकर को क्या इस बात की जानकारी नहीं थी कि जिस कार का इस्तेमाल कर रही हैं उसपर कितने चालान हैं. पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि ये कार जितने भी समय से पूजा खेडकर के पास है, उस दौरान इस कार के कितने चालान हुए हैं. ये इसलिए भी बेहद अहम है क्योंकि बताया जा रहा है कि पुणे में पूजा खुद इस कार को ड्राइव करती थीं.
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