हैदराबाद:
आंध्र प्रदेश के आईएएस अधिकारियों ने बगावत का झंडा उठा लिया है। दो सीनियर आईएएस अफसरों की गिरफ्तारी और सीबीआई की चार्जशीट में दो अन्य अफसरों के नाम आने से राज्य के नौकरशाह नाराज हैं। उनका कहना है कि उन्हें जवाबदेह बनाया जा रहा है जबकि मंत्रियों को बचाया जा है।
सीबीआई ने आंध्र प्रदेश के गृह सचिव बी पी आचार्य को 4500 करोड़ रुपये के एम्मार प्रॉपर्टीज केस में 30 जनवरी को गिरफ्तार किया था जबकि अन्य अफसर वाई श्रीलक्ष्मी को पिछले साल नवंबर में रेड्डी की ओबलापुरम माइनिंग कंपनी को खुदाई के लिए जमीन लीज पर देने के मामले में गिरफ्तार किया गया जबकि दो आईएएस अफसरों एलवी सुब्रमण्यम और केवी राव के खिलाफ चार्जशीट दायर हुई है। इसे लेकर राज्य का आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन सीबीआई के जांच के तरीके के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है।
सीबीआई ने आंध्र प्रदेश के गृह सचिव बी पी आचार्य को 4500 करोड़ रुपये के एम्मार प्रॉपर्टीज केस में 30 जनवरी को गिरफ्तार किया था जबकि अन्य अफसर वाई श्रीलक्ष्मी को पिछले साल नवंबर में रेड्डी की ओबलापुरम माइनिंग कंपनी को खुदाई के लिए जमीन लीज पर देने के मामले में गिरफ्तार किया गया जबकि दो आईएएस अफसरों एलवी सुब्रमण्यम और केवी राव के खिलाफ चार्जशीट दायर हुई है। इसे लेकर राज्य का आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन सीबीआई के जांच के तरीके के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है।
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