प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राजग की ‘‘सबसे युवा उम्मीदवार'' के रूप में प्रशंसा पाने वाली 25 वर्षीय शांभवी चौधरी पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध हैं. तीसरी पीढ़ी की नेता चौधरी बिहार की समस्तीपुर सीट से चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर मैदान में हैं.
चौधरी ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘शनिवार को दरभंगा की रैली में प्रधानमंत्री से मिले ‘आशीर्वाद' से मैं अभिभूत हूं. यह उनके मन में दलितों, विशेषकर महिलाओं के प्रति सम्मान को दर्शाता है... इससे मुझे बड़ी जिम्मेदारी का भी एहसास होता है.''
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्यार, आशीर्वाद और स्नेह के लिए मैं प्रधानमंत्री की बहुत आभारी हूं...प्रधानमंत्री ने मुझे बेटी कहा, उन्होंने समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के लोगों से अपील की...देश की सबसे कम उम्र की बेटी चुनाव लड़ रही है. कृपया उन्हें (चौधरी) आशीर्वाद दें और अपना वोट उनके पक्ष में दें.'' चौधरी ने उम्मीद जताई कि 13 मई को होने वाले मतदान में समस्तीपुर की जनता ‘हेलीकॉप्टर' (चुनाव चिह्न) पर रिकॉर्ड वोट डालेगी.
उन्होंने कहा कि वह अपनी प्रगति में ‘‘वंशवाद'' के आरोपों को स्वीकार कर रही हैं क्योंकि ‘‘जिस किसी के भी पूर्वज इसी पेशे में हैं, उन्हें यह स्वीकार करना होगा.'' चौधरी ने कहा, ‘‘मेरी शुरू से ही राजनीति में रुचि थी. मेरा जन्म और पालन-पोषण एक राजनीतिक परिवार में हुआ और इसका निश्चित रूप से मेरे व्यक्तित्व पर प्रभाव पड़ा है.''
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, मैं एक बात स्पष्ट कर दूं कि राजनीतिक परिवार से आना जीत की गारंटी नहीं है...यह प्रदर्शन पर निर्भर करता है. लोगों का दिल जीतना आसान नहीं है. यह कठिन काम है. मुझे खुद को साबित करना होगा.''
चौधरी के पिता अशोक चौधरी जनता दल (यूनाइटेड) में हैं और नीतीश कुमार कैबिनेट में मंत्री हैं. अशोक चौधरी पहले कांग्रेस में थे और पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख थे. शांभवी के दादा दिवंगत महावीर चौधरी कांग्रेस में थे और बिहार में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मंत्री थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं