हिंसा की वजह से चर्चा में रहे मणिपुर में लोकसभा चुनाव (Lok Saha Elections 2024) के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मणिपुर में आज कुछ जगहों पर पुर्नमतदान हो रहा है. जिसको लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. इंफाल पश्चिम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शिवकांत सिंह ने सुरक्षा बंदोबस्त के बारे में एनडीटीवी संग खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि प्रत्येक पोलिंग बूथ पर सेंट्रल फोर्स की एक कंपनी तैनात होगी. साथ ही हर मतदान केंद्र पर गैजेटेड अधिकारी होंगे.
इसके अलावा प्रत्येक मतदान केंद्र की देखभाल एक अतिरिक्त एसपी स्तर के अधिकारी द्वारा की जाएगी. तीन संवेदनशील स्थानों पर विशेष स्ट्राइकिंग फोर्स तैनात की जाएगी. दंगा-रोधी वाहनों के साथ चार त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (क्यूआरटी) तैयार रखी गईं. सभी वरिष्ठ अधिकारी ग्राउंड पर हैं. कुछ संवेदनशील स्थानों पर कांटेदार बाड़ लगाई गई है. मणिपुर में पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले कुकी और घाटी में रहने वाली मेइती के बीच हिंसक जातीय संघर्ष हुआ है. पिछले साल तीन मई से शुरू हुए इस संघर्ष में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं.
इंफाल पश्चिम जिले में कई मतदान केंद्रों की पहचान संवेदनशील या अति संवेदनशील के रूप में की गई है और उनमें पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती की गई है. आउटर मणिपुर सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के के. टिमोथी जिमिक, कांग्रेस के अल्फ्रेड कन्नगम आर्थर और निर्दलीय उम्मीदवारो खो जॉन और एलिसन अबोनमई के बीच मुकाबला होगा, ये सभी उम्मीदवार नगा हैं. भाजपा ने इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारा है और अपनी सहयोगी एनपीएफ को समर्थन दिया है. आउटर मणिपुर लोकसभा सीट पर 10.22 लाख से ज्यादा मतदाता हैं.
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