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This Article is From Feb 28, 2024

हिमाचल प्रदेश में सियासी खींचतान के बीच सुक्खू सरकार का बजट ध्वनिमत से हुआ पास

हिमाचल प्रदेश में बजट पास करने के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. इससे सुक्खू सरकार से फिलहाल संकट टल गया है.

हिमाचल प्रदेश में सियासी खींचतान के बीच सुक्खू सरकार का बजट ध्वनिमत से हुआ पास
नई दिल्‍ली:

हिमाचल प्रदेश में सियासी खींचतान के बीच सुक्खू सरकार ने बजट पास कराकर विश्वास मत हासिल कर लिया. इसके बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है. जब बजट पास हुआ, तक सदन में विपक्षी दल बीजेपी के सभी विधायक गैर हाजिर रहे. बीजेपी के 15 विधायकों को निष्‍कासित किया गया है, जिसके बाद 10 विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था. 

हिमाचल में ऐसे खड़ा हुआ राजनीतिक संकट

इस बीच कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर आए संकट के बीच बुधवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को पार्टी विधायकों से बात करके समाधान निकालने के लिए शिमला भेजा है. हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा 'क्रॉस वोटिंग' किये जाने के बाद भाजपा ने सीट पर जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है. 

हिमाचल के लोगों के अधिकार को कुचलना चाहती है भाजपा : प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बुधवार को आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी लोगों के अधिकार को कुचलना चाहती है और बहुमत को चुनौती दे रही है.  उन्होंने दावा किया कि भाजपा हिमाचल प्रदेश को 'राजनीतिक आपदा'' में धकेलना चाहती है. प्रियंका गांधी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है. हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई. लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है."

हिमाचल के विधायकों की संख्‍या का गणित

हिमाचल में विधानसभा की 68 सीटों में से कांग्रेस के पास 40 और भाजपा के पास 25 सीटें हैं. बाकी तीन सीट पर निर्दलीयों का कब्जा है. इस बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को कहा कि उन्होंने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. 15 विधायकों के निष्‍कासित होने के बाद सदन की संख्‍या 53 रह गई है और बहुमत का आंकड़ा 27 रह गया है. ऐसे में कांग्रेस को विश्वास मत को आसानी से पारित कर लेना चाहिए, क्योंकि उसके पास अभी भी 34 विधायक(क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को छोड़कर)  हैं. 

सुक्खू का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब राज्यसभा चुनाव में कुछ कांग्रेस विधायकों के ‘क्रॉस वोटिंग' करने के बाद उनकी सरकार पर बहुमत से हाथ धोने का खतरा मंडरा रहा है. मुख्यमंत्री सुक्खू ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा- मैं एक योद्धा हूं... मैं एक साधारण परिवार से हूं. हम यह लड़ाई जीतेंगे और विधानसभा में बहुमत भी साबित करेंगे.

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